कुष्ठ रोगी का जल्द पहचान कर इलाज शुरू करने से दिव्यांगता से बचाया जा सकता है- डॉ राजीव महतो, जिला कुष्ठ परामर्शी
JAMSHEDPUR
राष्ट्रीय कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम के तहत दबांकी कुष्ठ आश्रम- पोटका में एक दिवसीय पी0ओ0डी शिविर का आयोजन किया गया। उक्त शिविर का उद्घाटन मुख्य अतिथि जिला कुष्ठ परामर्शी डॉ0 राजीव लोचन महतो तथा विशिष्ट अतिथि डेमियन फाउंडेशन के डी0पी0एम0आर समन्वयक कामदेव बेसरा के द्वारा किया गया। जिला कुष्ठ परामर्शी डॉ0 राजीव लोचन महतो ने मौके पर उपस्थित लोगों को कुष्ठ रोग के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि कुष्ठ रोग छुने से नहीं फैलता है तथा सभी सरकारी स्वास्थ केन्द्रों में निशुल्क दवा तथा परामर्श उपलब्ध हैं । साथ ही उन्होने पूरे जिले में संचालित होने वाले सक्रिय कुष्ठ रोगी खोज तथा नियमित सर्वेक्षण अभियान(ACD&RS-2021) के पहले चरण बारे मे लोगों को जानकारी देते हुए बताया कि यह अभियान सितंबर -2021 में पूरे जिले में चलाया जाएगा। इस अभियान में सहिया एवं एक पुरूष कार्याकर्ता दल बना कर घर-घर जा कर सभी लोगों का शारीरीक जाँच उपरांत जिस भी व्यक्ति में कुष्ठ रोग के संदिग्ध लक्षण दिखाई देंगे उन्हें नजदीकी स्वास्थ्य केंद्रों रेफर करेंगे। उन्होंने बताया की कुष्ठ रोग का जल्द इलाज कराने से दिव्यांगता से बचाया जा सकता है और इसका इलाज सभी सरकारी अस्पताल में निशुल्क है। डेमियन फाउंडेशन के कामदेव बेसरा द्वारा कुष्ठ रोग से दिव्यांग हुए मरीजों को सेल्फ केयर करवाया गया तथा सेल्फ केयर के महत्व की जानकारी भी दी गई । कुष्ठ रोगियों को गर्म चीजों को हाथों से न पकड़ने तथा ठण्डे मे आग सेकने मे सावधानी बरतने को बोला गया। डेमियन फाउंडेशन के दुर्योधन बागती के द्वारा रिकन्सट्रक्टिभ सर्जरी के बारे में बताया गया। इस सर्जरी के द्वारा कुष्ठ रोगियों के हाथ, पैर तथा आँखों की दिव्यांगता को दूर किया जाता है। शिविर में 30 जोड़ी एम0सी0आर चप्पलें तथा 10 सेट सेल्फ केयर किट का वितरण किया गया। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में भारत सेवाश्रम संघ के डॉ. वर्मा, धनीराम महतो, राखो हरि महतो, सुनिता नाथ, दुर्योधन बागती, रावत गोप, जलोधर पात्रों, सुभाष सरदार एवं रिजवान फाउंडेशन तथा आश्रम के सभी कर्मचारियों का अहम योगदान रहा।
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