JAMSHEDPUR-डाक्टरों का सम्मान किसी विशेष दिन नहीं हर रोज होना चाहिए – डाँ.संजय कुमार
एमजीएम अस्पताल में केक काटकर मनाया गया डाक्टर दिवस
इससे पहले कोरोना से दिवंगतों की आत्माओं की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखा गया। मौके पर अधीक्षक डाँ संजय कुमार ने कहा कि हम सभी इस समय एक मुश्किल दौर से गुजर रहे हैं। यह शायद हमारे जीवन का सबसे कठिन समय है। डॉक्टरों के लिए यह सुनिश्चित करना और भी मुश्किल हो गया है कि जो लोग संक्रमित हैं, उन्हें उचित चिकित्सा सुविधाएं मिलती रहें।
डॉक्टर्स और हेल्थकेयर स्टाफ जिस तरह से समाज के प्रति अपना योगदान देते रहे हैं और कड़ी मेहनत करते हैं इसके लिए उनका सम्मान हर दिन होना चाहिए न कि सिर्फ किसी विशेष दिन ही उनके द्वारा किए गए कार्यों को सम्मान देना चाहिए। हेल्थकेयर सेक्टर में डॉक्टरों और मेडिकल स्टॉफ का योगदान अतुलनीय है।
उपाधीक्षक डाँ. नकुल चैधरी ने कहा कि डॉक्टर्स और नर्सिंग स्टाफ भविष्य में समाज की सेवा करते हुए सुरक्षित और स्वस्थ रहें। हमे और भी ज्यादा मुश्किल और चुनौतीपूर्ण समय के लिए तैयार रहना होगा। कोविड-19 महामारी हर किसी के लिए मुश्किलों से भरी रही है।
यहां तक कि डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ भी लोगों की जान बचाने के लिए अपनी जान जोखीम में डाल रहे हैं। जहां एक तरफ लोग अपने आप को आइसोलेट कर रहे हैं, वहीं हम डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ लोग संक्रमित लोगों की जान बचाने के लिए लगातार महामारी से लड़ रहे हैं। मात्र महामारी के दौरान ही नहीं डॉक्टर हर आपदा में एक सुपरहीरो की तरह सामने आए हैं और समाज की बेहतरी के लिए अपने काम को पूरी लगन और निष्ठा से अंजाम दिया है।
कार्यक्रम का सफल संचालन स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता के एमजीएम अस्पताल की देखरेख करने वाले प्रतिनिधि राजेश बहादुर ने किया। इस दौरान पप्पू सरदार और राजेश बहादुर ने कोरोना काल में मरीजों को 24 घंटे निरंतर निस्वार्थ सेवा देने के लिए एमजीएम अस्पताल के तमाम डाक्टरों एवं नर्सिंग स्टाफ समेत सभी कर्मचारियों का आभार प्रकट किया। उन्होंने कहा कि आप लोग ऐसे ही लोगों को सेवाएं देते रहें, क्योंकि भगवान के बाद हमें बचाने वाला दूसरा भगवान डाक्टर ही होता है। कोरोना से बचाव के नियमों का पालन करना जरूरी है, ताकि दुूसरे लहर की तरह तीसरे लहर में किसी को परेशानी नहीं हो। मौके पर कई डाक्टर एवं अस्पताल कर्मी मौजूद थे।
Comments are closed.