रोटरी और अविनाश दुग्गर की पहल,सुनने में असमर्थ दो गरीब बच्चों का Deaf school बाल विहार में दाखिला होगा
सुनने में असमर्थ 12वर्षीय सागर कर्माकर और 10वर्षीय गंगा कर्माकर को अब गरीबी की वजह से इधर उधर भटकना या बाल मजदूरी को विवश नहीं होना होगा।रोटरी क्लब जमशेदपुर और ला ग्रैविटी के संस्थापक अविनाश दुग्गर की पहल पर इन बच्चों का दाखिला 1जुलाई को Deaf School बाल विहार सोनारी में कक्षा LKG में होगा।अविनाश दुग्गर रोटरी क्लब जमशेदपुर के डिस्एबिलिटी प्रोजेक्ट के चेयर पर्सन हैं और सुनने बोलने में असमर्थ युवाओं को अपने टी कैफे में काम देते हैं।हेयरिंग इंपेयर्ड बच्चों के लिए एक स्कूल खोलने की उनकी योजना है जो रोटरी के सहयोग से संचालित होगी।
दरअसल अविनाश ने सोनारी एयरपोर्ट के पास इन बच्चों को 13जून को पचास पैसे के लिए भटकते देखा ।उन्होंने रोटरियन राजीव अग्रवाल के साथ मिलकर ईएनटी स्पेशलिस्ट Dr केपी दूबे से 18जून को इन बच्चों audiometric टेस्ट करवाया जिनमें बच्चे deaf पाए गए।उसके बाद रोटरी के साथ मिलकर उनके बाल विहार में दाखिले की कवायद शुरू की गई।रोटरी के सहयोग से ये बच्चे बाल विहार से कक्षा 12तक की पढ़ाई कर पाएंगे।1जुलाई को रोटरी क्लब की नवनिर्वाचित अध्यक्ष मिसेज मधुमिता संतरा,जेनरल सेक्रेटरी अनिल पांडेय, पीपी जी तनेजा, रोटरियन राजीव अग्रवाल और अविनाश दुग्गर की उपस्थिति में इन बच्चों का दाखिला होगा।
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