जमशेदपुर – मध्य गदरा पंचायत अंतर्गत राहड़गोड़ा गांव में माँ मंगला आशा की पूजा का आयोजन किया गया। पूजा के दौरान बामनगोड़ा तालाब से लगभग 100 महिलाएं कलश लेकर गाजा बाजा के साथ झूमते हुए पूजा स्थल पहुंची। कलश यात्रा के दौरान सैकड़ों की संख्या में गांव के अन्य लोग भी शामिल हुए। पूजा स्थल पहुंचने के पूर्व सभी महिलाओं पर माता का स्वरूप देखने को मिला। इस दौरान दो दर्जन से ज्यादा बच्चों ने जमीन पर लेट कर माता का आशीर्वाद लिया। ज्ञातव्य हो कि ग्रामीण क्षेत्र की महिलाएं मां मंगला आशा की पूजा गांव की सुख समृद्धि एवं रोग निवारण के लिए करती हैं। पूजा करने के बाद दूसरे दिन से सभी महिलाएं नए फल का सेवन करती हैं। मां मंगला की पूजा में महिलाओं द्वारा मन्नत की जाती है। मन्नत पूरा होने पर बकरा, बत्तक, मुर्गे की बलि भी चढ़ाई जाती है। ग्रामीणों का मानना है मां मंगला पूजा में मन्नत रखकर सच्चे दिल से पूजा के दौरान महिलाओं पर माता की कृपा आती है। महिलाएं झूमने लगती है। झूमते हुए महिलाएं पूजा स्थल पहुचती है। उस दौरान उन पर माता सवार रहती है। इस दौरान उपस्थित सभी अगरबत्ती धुना दिखाकर उनकी पूजा करते है। इस दौरान सभी लोग उनसे आशीर्वाद भी लेते हैं। सामाजिक सेवा संघ के द्वारा कलश यात्रा और पूजा में शामिल सभी महिलाओं के बीच शरबत का वितरण किया गया। पूजा के संबंध में जानकारी देते हुए हब्लू मुखी उर्फ राखल मुखी ने बताया मां मंगला की पूजा पूर्वजों के समय से हो रही हैं। मां की पूजा में जो साल भर मां का मन्नत करते हैं उन पर मां खुद सवार होती हैं तथा उनकी सभी मनोकामना मां पूरी करती है। उन्होंने बताया प्रत्येक वर्ष मां मंगला की पूजा धूमधाम से राहड़गोड़ा में की जाती है।इसमें मुख्य रूप से समाजिक सेवा संघ के संयोजक राजेश सामंत,हब्लू मुखी,भूपति सरदार,सोनू बी श्रीवास्तव,किसनों हेंब्रम,मंगल शर्मा,चुटकी मुखी,अभिमन्यु नायक,विश्वनाथ सामंत,शशि लोहरा आदि मौजूद थे।
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