जमशेदपुर -शातिर साइबर ठग राहुल केसरी कोलकाता से गिरफ्तार
लैपटॉप मोबाइल टैब पेन ड्राइव एटीएम कार्ड पैन कार्ड पासपोर्ट समेत कई और इलेक्ट्रॉनिक सामान बरामद
जमशेदपुर।
जिले के साइबर थाना की एक पुलिस टीम ने बड़ी सफलता पाई है. साइबर थाना प्रभारी उपेंद्र कुमार मंडल के नेतृत्व में पुलिस दल ने कोलकाता में छापेमारी कर अपराध कर्मी और लंबे समय से फरार चल रहे राहुल केसरी को गिरफ्तार कर लिया है . इसके पहले पुलिस राहुल केसरी गैंग के दो बदमाशों को गिरफ्तार कर पहले ही जेल भेज चुकी है. बीते जनवरी माह से राहुल केसरी की तलाश की जा रही थी . उसके खिलाफ साइबर थाना में आधा दर्जन मामले दर्ज हैं . इस संबंध में जानकारी देते हुए जिले के सीनियर एसपी डॉक्टर एम तमिल वानन ने बताया की जनवरी में थाना प्रभारी उपेंद्र मंडल के बयान पर एक मामला दर्ज किया गया था. जिसमें राहुल केसरी आरोपी है . उन्होंने बताया कि राहुल केसरी ने एक नया सॉफ्टवेयर डेवलप किया और गूगल तथा अमेज़न जैसे एप पर ब्रांडेड कंपनियों के सामानों का ऑनलाइन ऑर्डर का विज्ञापन देता था. आर्डर मिलने के बाद वह नकली सामानों की आपूर्ति करता था. जब कस्टमर से उसकी शिकायत मिलती थी तो पैसा वापस करने के नाम पर वह कस्टमर से उनका अकाउंट नंबर , एटीएम नंबर प्राप्त करने के बाद एटीएम का क्लोन बनाकर उनका बैंक अकाउंट खाली कर देता था. सीनियर एसपी का कहना था कि गिरफ्तार किया गया राहुल केसरी अपने एक साथी के साथ मिलकर 36 लाख का विभिन्न बैंकों से ट्रांजैक्शन कर चुका है. ऐसा लगता है कि इसने बड़े-बड़े घोटाले किए हैं. पूछताछ की जा रही है ..और भी कई जानकारियों का पता चल सकता है ..एसएसपी का कहना था कि जरूरत पड़ी तो रिमांड पर भी लेकर उससे पूछताछ की जाएगी . वर्तमान में वह कोलकाता के न्यू टाउन एरिया संजीवा गार्डन विशाल सिंह के मकान में किराए पर रह रहा था. उसके पास से डेल कंपनी का एक लैपटॉप हयूबाई कंपनी का 3 टैब, दो मोबाइल फोन, एक पेन ड्राइव, चार विभिन्न बैंकों के एटीएम, एक पैन कार्ड और पासपोर्ट बरामद किए गए हैं . पुलिस का टेक्निकल सेल उसके पास से बरामद किए गए सामानों को खंगालेगा जिससे राहुल के कई रहस्यों के राज के खुलने के आसार हैं. बुधवार को राहुल केसरी कोर्ट में प्रस्तुत कर जेल भेज दिया गया है. राहुल को गिरफ्तार करने वाली टीम में शामिल पुलिस अधिकारियों में थाना प्रभारी उपेंद्र मंडल के अलावा सब इंस्पेक्टर दीपक कुमार किशोर काम सोए विवेक कुमार माधुरी अजीत कुमार रजक आरक्षी रविंद्र और उमेश बैठा शामिल थे.
अपने कार्यालय मैं आयोजित प्रेस वार्ता में सीनियर एसपी ने खुलासा किया कि राहुल
केसरी एक शातिर ठग है . वह पढ़ा लिखा और कंप्यूटर ऐप का मास्टरमाइंड है .उसने अपने स्तर से एक सॉफ्टवेयर डेवलप किया और उस के माध्यम से ठगी करने लगा. पूछताछ में इस बात का भी पता चला है कि राहुल केसरी ने बैंकॉक में एक किराए का मकान ले रखा है . जिसका प्रतिमाह किराया ₹60000 देता है. वहां उसके लोग काम करते हैं और उनका एकमात्र मकसद नेट बैंकिंग सिस्टम के जरिए ग्राहकों के साथ ऑनलाइन पेमेंट और ऑनलाइन सामानों की आपूर्ति के जरिए एक बड़ी राशि की ठगी करना है.
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