गोपालगंज जिला में गंडक नदी तटबन्ध टूटने से जिले के बैकुण्ठपुर प्रखण्ड के अनेकों गाँव जलमग्न हो गया है। ग्रामीण लोग बाढ़ आपदा के गम्भीर चुनौतियों से जूझ रहे हैं। कमान्डेंट विजय सिन्हा ने बताया कि शनिवार/रविवार की रात गोपालगंज जिला प्रशासन से सूचना मिलने पर 9वीं वाहिनी एनडीआरएफ की एक टीम उप कमान्डेंट कुलदीप कुमार गुप्ता के कुशल नेतृत्व में बैकुण्ठपुर प्रखण्ड के गंडक नदी की बाढ़ से जलमग्न साँवलिया गाँव में रात्रि रेस्क्यू ऑपेरशन चलाकर बाढ़ में फँसे 31 लोगों को सुरक्षित निकालकर बचाया। कमान्डेंट विजय सिन्हा ने आगे बताया कि प्राप्त सूचना के अनुसार साँवलिया गाँव में गंडक नदी का पानी अचानक भर जाने से ये लोग अलग-अलग मकानों के छतों पर विषम परिस्थितियों में आश्रय लिए हुए थे और बाढ़ आपदा के कठिन चुनौती का सामना कर रहे थे। इनमें महिलाएं, बच्चे और वृद्ध सभी लोग शामिल थे। जिला प्रशासन के समन्वय से रात्रि 1145 बजे से सुबह के लगभग 0400 बजे तक यह रेस्क्यू ऑपेरशन बहुत ही सावधानीपूर्वक एनडीआरएफ के कार्मिकों द्वारा चलाया गया। इस रात्रि ऑपेरशन में जीपीएस, हेड लैंप, सर्च लाइट और रेस्क्यू बोट की मदद से मुसीबत में फँसे 10 महिलाओं, 12 बच्चों तथा 09 पुरुषों को जलमग्न इस गाँव से सुरक्षित निकाला गया।
कमान्डेंट सिन्हा ने कहा कि अब तक एनडीआरएफ की टीमें बिहार के बाढ़ प्रभावित पूर्वी चम्पारण, पश्चिम चम्पारण, गोपालगंज, सुपौल, दरभंगा और सारण जिलों में रेस्क्यू ऑपेरशन चलाकर मुसीबत में फँसे लगभग 4,900 लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुँचाया है। वर्तमान में एनडीआरएफ की 21 टीमें 102 रेस्क्यू बोटों के साथ बिहार राज्य के 12 जिलों में तैनात है।
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