● आधारभूत संरचनाओं और कार्ययोजनाओं के अभाव में दिशाहीन प्रयास कर रही हेमंत सरकार : कुणाल षाड़ंगी
जमशेदपुर।
कोरोना संक्रमण से निपटने की तैयारियों को लेकर झारखंड सरकार के दावों और असलियत की अब बेनकाब हो रही है। सरकार की कुम्भकर्णी निंद्रा से चिंतित होकर राज्य हित में उच्च न्यायालय को भी सरकार की अव्यवस्था के विरुद्ध संज्ञान लेना पड़ा है। उक्त बातें भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता सह पूर्व विधायक कुणाल षाड़ंगी ने कही। शनिवार शाम प्रेस वक्तव्य जारी करते हुए भाजपा प्रवक्ता ने झारखंड सरकार पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए आक्रामक हमला बोला। कहा कि भाजपा ने राज्य में टेस्टिंग के हालात और अव्यवस्था को लेकर लगातार सरकार का ध्यानार्षण किया, उसके बावजूद सुधार नहीं हुए। सरकार की लापरवाही के ख़िलाफ़ झारखंड उच्च न्यायालय ने स्वास्थ्य व्यवस्था और कोरोना के विरुद्ध तैयारियों पर संज्ञान लेकर सख़्त टिप्पणी किया है। उच्च न्यायालय के टिप्पणी पर भाजपा प्रवक्ता ने सम्मान ज़ाहिर करते हुए कहा कि राज्य की जनता की स्वास्थ्य के लिए उच्च न्यायालय की यह टिप्पणी अत्यंत अपेक्षित थी। भाजपा प्रवक्ता कुणाल षाड़ंगी ने कहा कि आधारभूत संरचनाओं और कार्ययोजनाओं के अभाव में राज्य सरकार दिशाहीन प्रयास कर जनता को दिग्भ्रमित कर रही है। भाजपा ने रैपिड टेस्टिंग की माँग को दुहराते हुए अविलंब अव्यवस्थाओं को दूर करने का आग्रह किया। भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि भाजपा के आग्रह पर ना सही लेकिन उच्च न्यायालय की टिप्पणी के बाद सरकार को कुम्भकर्णी निंद्रा से जागना चाहिए और युद्धस्तर पर कोरोना संक्रमण के प्रसार को रोकने की कार्ययोजना पर पहल सुनिश्चित करनी चाहिए।
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