जमशेदपुर। श्री अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह द्वारा जारी हुकुमनामे के अनुसार बारीडीह गुरुद्वारा में इस वर्ष बैसाखी खालसा पंथ सृजना दिवस का धार्मिक समागम नहीं होगा।
शनिवार को प्रधान जसपाल सिंह महासचिव सुखविंदर सिंह एवं कैशियर खुशविंदर सिंह, चेयरमैन मोहन सिंह ने संगत की सलाह टेलीफोन पर ली।
इलाके की संगत ने पूरे विश्व में फैले कोरोना महामारी के मद्देनजर प्रधानमंत्री के फैसले के अनुसार लॉक डाउन को फिलहाल सफल बनाने को नागरिक का कर्तव्य बताया। वहीं संगत ने पांचों तख्तों के सिंह साहिबान द्वारा लिए गए फैसले पर पहरा देने की भी अपील कमेटी से की।
प्रधान जसपाल सिंह के अनुसार जत्थेदार के हुकुमनामें, सरकार के लॉक डाउन का आदेश एवं सोशल डिस्टेंस बनाए रखने कुछ जरूरी देखते हुए बैसाखी महीने की संग्राम एवं वैशाखी का कार्यक्रम गुरुद्वारा में आयोजित नहीं होगा।
प्रधान एवं महासचिव ने संगत से अपील की है कि 13 अप्रैल को बैसाखी महीने की संगरांद है और उसी दिन खालसा पंथ सृजना दिवस भी है।
आनंदपुर साहिब के साथ ही सभी महान तख्तों, गुरुद्वारा बंगला साहिब , शीशगंज साहिब, से प्रोग्राम लाइव रहेंगे। संगत इसका लाभ उठाएं और अपना जन्म सफल करें।
वही प्रधान ने लोगों से अपील की है कि वह अपने आप को घरों में रखें। गुरुद्वारा में ग्रंथी बाबासाहेब गुरु घर की मर्यादा का पूरी तरह से पालन कर रहे हैं।
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