एक समावेशी समाज के संदेश को फैलाने के लिए एक अनूठा मंच है ‘सबल’
हमारा व्यापक जुड़ाव का मंच है ‘सबल’
जमशेदपुर,। टाटा स्टील फाउंडेशन ने आज माइकल जॉन ऑडिटोरियम में ‘सबल अवाड्र्स 2019’ के पहले संस्करण का आयोजन किया। सबल, दिसंबर 2017 में नोआमुंडी में टाटा स्टील फाउंडेशन द्वारा शुरू किया गया पूर्वी भारत में अपनी तरह का पहला केंद्र है, जिसमें दिव्यांगों के साथ काम करने का व्यापक अनुभव रखने वाले संगठन ‘इनेबल इंडिया’ के साथ भागीदारी की गई है। इसका उद्देश्य सहभागी माहौल के माध्यम से दिव्यांगों (पीडब्लूडी) के लिए क्षमताओं और अनुकूलित अवसंरचना का निर्माण करना करना है। यह आयोजन पीडब्लूडी के साथ टाटा स्टील फाउंडेशन के जुड़ाव और व्यापक समाज के लिए इसके समावेशन पर एक संदेश था।
इस समारोह में श्री सतीश चंद्र, राज्य विकलांगता आयुक्त, श्री टी वी नरेंद्रन, सीईओ व एमडी, टाटा स्टील, श्री अवनीश गुप्ता, शेयर्ड सर्विसेज, टाटा स्टील, श्रीमती रूचि नरेंद्रन, सहित अन्य विशिष्ट अतिथि मौजूद थे।
इस अवसर पर बोलते हुए श्री नरेंद्रन ने कहा “हम विविधता का सम्मान करते हैं और सभी के लिए समान अवसर में विश्वास करते हैं। एक जिम्मेदार कॉर्पोरेट के रूप में, हमने हमेशा अपने प्रभाव क्षेत्रों के आसपास एक समावेशी समाज बनाने की दिशा में काम किया है। सबल पुरस्कार इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। हम उन सभी प्रतिभागियों की प्रेरक उपलब्धियों की तहे-दिल से सराहना करते हैं, जिन्हें आज रात यहां सम्मानित किया गया है।”
श्री सौरव रॉय, चीफ, सीएसआर ने अपने संबोधन में कहाः “टाटा स्टील फाउंडेशन एक समतामूलक समाज में विश्वास करता है और विकलांगता पर बातचीत के लिए एक स्पेस को प्रोत्साहित करना इस विश्वास का एक अभिन्न अंग है। हम पिछले दो वर्षों से सबल के साथ समावेशी यात्रा पर हैं। ये पुरस्कार उन कहानियों को पहचानने और बढ़ाने के प्रयास का प्रतिनिधित्व करते हैं, जिन्होंने हमें सबसे अधिक प्रेरित किया है।”
सबल अवाड्र्स को कई अनुकरणीय व्यक्तियों तक पहुंचने के लिए एक कदम के रूप में तैयार किया गया है, जो अपने स्वयं के अनूठे तरीकों से विकलांगता के बड़े उद्देश्यों में योगदान देने में लगा हुआ है। आज की शाम ने खेल, रोजगार, शिक्षा और उद्यमिता विकास सहित संलग्नता के चार अलग-अलग क्षेत्रों को सम्मानित करते हुए देखा। पुरस्कार विजेताओं और श्रेणियों के नाम इस प्रकार हैं:
बौद्धिक दिव्यांगता श्रेणी में सुश्री सरिता राउत रे और लोकोमोटर दिव्यांगता श्रेणी में श्री उमेश विक्रम कुमार ने विकलांगता से संबंधित खेलों में उल्लेखनीय उपलब्धि के लिए सबल स्पोट्र्सपर्सन ऑफ द ईयर का पुरस्कार जीता।
श्री पी के रथ, सीईओ, ‘ओपन लर्निंग सिस्टम’ ने दिव्यांगों को काम पर रखने के लिए सबल एम्प्लॉयर ऑफ द ईयर का पुरस्कार दिया, जिससे वित्तीय स्वावलंबन को सहयोग मिला और समावेशिता को बढ़ावा।
श्री नागेश कुमार को असाधारण व्यावसायिक कौशल का प्रदर्शन करने के लिए सबल उद्यमी पुरस्कार मिला।
सुश्री ऋतु कुमारी को शिक्षा में अनुकरणीय प्रदर्शन के लिए सबल स्टूडेंट ऑफ द ईयर का पुरस्कार दिया गया।
इस पुरस्कार समारोह में चंेज एजेंट – ’सबल साथियांे’ – को भी सम्मानित किया गया, और पीडब्ल्यूडी के हितों के प्रति उनकी निस्वार्थ सेवा को मान्यता दी गयी।
दर्शकों ने विभिन्न कला-प्रदर्शनों में पीडब्ल्यूडी समुदाय के कई सदस्यों के अनुकरणीय कौशल की सराहना की।
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