पटना।


9वीं वाहिनी राष्ट्रीय आपदा मोचन बल, बिहटा (पटना) की टीमें सोमवार को संत जोसेफ स्कूल, बेतिया में तथा एम० एम० मेमोरियल उर्दू हाई स्कूल, गोपालगंज में छात्रों तथा शिक्षकों को आपदा प्रबंधन के पहलुओं पर प्रशिक्षण दिया। निरीक्षक राजन कुमार के नेतृत्व में एन०डी०आर०एफ० की एक टीम पश्चिम चम्पारण जिलान्तर्गत संत जोसफ स्कूल बेतिया के लगभग 1400 छात्राओं तथा शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया जबकि निरीक्षक दीपक कुमार गुप्ता के नेतृत्व में एक टीम ने एम० एम० मेमोरियल उर्दू हाई स्कूल गोपालगंज में 800 से अधिक छात्रों तथा अध्यापकों को स्कूल सुरक्षा विषय पर प्रशिक्षण दिया। प्रशिक्षण के दौरान दोनों स्कूलों के छात्रों तथा शिक्षकों को बाढ़ व भूकम्प सुरक्षा, वज्रपात सुरक्षा तथा सर्पदंश प्रबंधन के बारे में जानकारियाँ दी गई। इसके बाद बच्चों को अस्पताल-पूर्व चिकित्सा के बारे में डेमोंस्ट्रेशन के माध्यम से बताया गया एवं इसका अभ्यास भी करवाया गया। कार्यक्रम के आखिर में स्कूल में आपदा के दौरान अपनाये जाने वाले रेस्पांस ड्रिल के बारे में बताया गया। बाढ़ के मद्देनजर वर्तमान में एन०डी०आर०एफ० की कुल 19 टीमें उत्तर बिहार में तैनात की गई है जिसमें कि दो-दो टीमें पश्चिम चम्पारण (बेतिया) तथा गोपालगंज जिलों में तैनात है।
श्री विजय सिन्हा, कमान्डेंट, 9वी वाहिनी एन०डी०आर०एफ० ने बताया कि बिहार एक बहु-आपदा प्रवण राज्य है। आपदाओं में बच्चे अति संवेदनशील होने के कारण काफी प्रभावित होते है। आपदा प्रबंधन के बारे में जागरूक नहीं होने के कारण किसी भी प्रकार की आपदा आने पर स्कूलों में नुकसान के अंदेशा को नकारा नहीं जा सकता है। उन्होंने बताया कि आपदा जोखिम न्यूनीकरण हेतु 9 वीं वाहिनी एन०डी०आर०एफ० द्वारा बिहार राज्य के सरकारी व प्राइवेट स्कूलों के शिक्षकों तथा छात्रों को लगातार इस तरह का प्रशिक्षण दिया जा रहा है जिसका उद्देश्य है कि विद्यालय के अध्यापकों तथा बच्चों को आपदा प्रबंधन में इस प्रकार जागरूक एवं सक्षम बनाया जाए कि वे स्कूल परिसर में उत्पन्न किसी भी तरह की आपात स्थिति का कारगर ढंग से मुकाबला कर सकें और ऐसी स्थिति से निपटने के लिए हमेशा तत्पर एवं तैयार रहें।