जमशेदपुर चुप्पी तोड़ो- स्वस्थ रहो अभियान के तहत आज उपायुक्त- अमित कुमार की अध्यक्षता में जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन समाहरणालय सभागार में किया गया। कार्यशाला के प्रथम सत्र में उपायुक्त द्वारा कार्यशाला में उपस्थित विभिन्न विभाग के प्रतिनिधियों को 28 मई से 27 जून तक चलने वाले चुप्पी तोड़ो-स्वस्थ रहो अभियान की आवश्यकता क्यों पड़ी, इस पर विस्तार से बताया गया। उन्होंने कहा कि माहवारी से जुड़े तथ्यों की जानकारी देने के साथ-साथ इसको लेकर समाज में फैली मिथक व भ्रान्तियों को जन जागरूकता के माध्यम से ही दूर किया जा सकता है। उपायुक्त ने कहा कि समाज में इसको लेकर व्याप्त चुनौतियों को हम स्वीकार करते हैं, लेकिन हम अपनी जिम्मेदारियों का सही निर्वहन नहीं करना चाहते, यही कारण है कि समाज में रूढ़ीवादी विचारधारा के लोगो को मौका मिलता है, और वे इसका गलत प्रचार कर समाज में कई प्रकार की भ्रान्तियां व मिथक फैलाते हैं। उन्होंने हर स्तर पर इस संबंध में लोगो को जागरूक करने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि यह बाईलॉजिकल बदलाव एक उम्र के बाद बालिकाओं में होती है। इसके बारे में पहले से जागरूक करने की आवश्यता है, जिससे माहवारी से संबंधित समाज में फैले मिथक व भ्रान्तियों को समाप्त किया जा सकता है। उपायुक्त ने कहा कि चुप्पी तोड़ो-स्वस्थ रहो मात्र एक अभियान बन कर न रह जाए अपितु यह सतत चलने वाले कार्यक्रम के तहत जारी रहना चाहिए, तभी इसके अच्छे परिणाम सामने आएंगे। उन्होंने कहा कि सभी विभाग आपस मे समन्वय स्थापित कर चुप्पी तोड़ो स्वस्थ रहो अभियान से जुड़ कर गांव स्तर पर लोगों के बीच महिलाओं को होने वाले महावारी के संबंध में जागरूकता फैलाएं तभी समाज में फैले मिथक व भ्रान्तियों को दूर किया जा सकता है। उन्होने कहा कि चुप्पी तोड़ने का तात्पर्य माहवारी से जुड़े तथ्यों की जानकारी देना एवं समाज में फैले भ्रान्तियों एवं कुरीतियों के खिलाफ आवाज बुलंद करना है।
चुप्पी तोड़ो: स्वस्थ रहो अभियान पूरे झारखंड में 28 मई 2019 से 27 जून 2019 तक चलेगा। इस अभियान के तहत विभिन स्तर पर माहवारी संबंधित जागरूकता अभियान का संचालन किया जाएगा। पंचायत एवं ग्राम स्तरीय निर्मित समूहों के बीच माहवारी संबंधित जागरूकता अभियान चलाया जाएगा साथ ही विभिन स्वास्थ्य/आंगनबाड़ी केंद्रों, शिक्षण संस्थानों एवं पंचायत भवनों में प्रशिक्षण कार्यक्रम चला कर लोगों को जागरूक करने का कार्य किया जाएगा। इस अभियान के तहत किशोरियों, किशोर दीदी एवं भईया का समूह बनाया जायेगा एवं उन्हें प्रशिक्षित कर के जागरूकता अभियान में सम्मिलित किया जायेगा।
आज के कार्यशाला में मुख्य रूप से उप-विकास आयुक्त, कार्यपालक अभियंता- पेयजल एवं स्वच्छता विभाग, यूनिसेफ के प्रतिनिधि के अतिरिक्त अन्य विभाग के प्रतिनिधि सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।
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