जमशेदपुर।लोकसभा निर्वाचन 2019 के मद्देनजर 09-जमशेदपुर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में सुव्यवस्थित, निष्पक्ष एवं पादर्शिता सहित चुनाव संपन्न कराने के उद्देश्य से आज चुनावी खर्च निगरानी टीम का प्रशिक्षण सह कार्यशाला का आयोजन जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह उपायुक्त की अध्यक्षता में समाहारणालय सभागार में संपन्न हुआ। इस प्रशिक्षण सह कार्यशाला में चुनाव के दौरान सभी प्रकार की गतिविधियों पर निगरानी के लिए गठित सभी टीमों के बीच समन्वय स्थापित करने के साथ ही उनके कर्तव्यों और जिम्मेदारियों पर प्रकाश डाला गया। प्रशिक्षण सह कार्यशाला में उपस्थित लोगों को बताया गया कि उन्हें किस प्रपत्र में जांच प्रतिवेदन देना है। जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह उपायुक्त ने उपस्थित एईओ/असिस्टेंट एक्सपेडिंचर ऑबजर्वर को संबोधित करते हुए कहा कि चुनाव में प्रत्याशियों द्वारा दिए गए खर्च का पूरा ब्यौरा रखने में उनकी महती भूमिका रहेगी। अतः उन्हें सभी टीम से समन्वय स्थापित कर प्रत्याशियेां द्वारा किए गए खर्च का आकलन करना होगा। उन्होंने कहा कि उन्हें यह विशेष रूप से ध्यान रखना होगा कि प्रत्याशियों द्वारा किए गए विभिन्न खर्च का सही ब्यौरा दिया जाए। वीडियो सर्विलांस टीम से समन्वय स्थापित कर यह जानकारी लेनी होगी कि प्रत्याशियों द्वारा जो खर्च की जानकारी दी गई है वो सही हो, साथ ही उन्हें एक शैडो रजिस्टर में निर्वाचन आयोग के मानक के अनुसार प्रत्याशियों के कार्यक्रम व अन्य खर्च का ब्यौरा रखना होगा और इसकी संपुष्टि के लिए वीडियो सर्विंलांस टीम से संबंधित वीडियो भी प्राप्त कर संलग्न करना होगा। वहीं उपायुक्त ने एफएसटी को निर्देश दिया कि वे सी-विजिल के अतिरिक्त आचार संहिता उल्लंघन से संबंधित प्राप्त सूचना के आधार पर स्वतः संज्ञान लेकर कार्रवाई करें। वहीं उपायुक्त ने एसएसटी को नियमित रूप से गाड़ियों के चेकिंग करने का निर्देश दिया। उपायुक्त ने कहा कि वीडियो संर्विलांस टीम द्वारा जो भी वीडियो बनाए जाएंगे, उसका सही-सही आकलन कर उसका प्रतिवेदन एआरओ के पास जमा करें। उपायुक्त ने एईओ से कहा कि नामांकन शुरू होने के साथ ही उनकी जिम्मेदारी बहुत बढ़ जाएगी। एईओ को एक्साईज, इन्कम टैक्स विभाग के पदाधिकारियों से भी समन्वय स्थपित करने को कहा गया। आज के प्रशिक्षण सह कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य चुनाव के दौरान प्रत्याशियों द्वारा किए जाने वाले चुनावी खर्च पर निगरानी रखना, जिससे निर्वाचन आयोग द्वारा जो प्रत्याशियों के लिए खर्च की सीमाएं तय की गई है उसका सही मायने में पालन सुनिश्चित हो। एस.ओ.आर को एक्सपेंडिचर कोषांग का नोडल पदाधिकारी बनाया गया है। इसके लिए विधानसभावार असिस्टेंट एक्स्पेंडिचर ऑबजर्वर बनाए गए हैं, जो एफएसटी, एसएसटी और वीएसटी के साथ समन्वय स्थापित कर प्रत्याशियों द्वारा किए जाने वाले खर्च पर निगरानी रखेंगे। आज के बैठक में उप-विकास आयुक्त, एडीएम लॉ एंड ऑर्डर, आरक्षी अधीक्षक(ग्रामीण), निदेशक-डीआरडीए, एस.ओ.आर, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।
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