
जमशेदपुर । बिरसानगर स्थित आवास पर आज़ाद हिंद फौज दिवस समरोह के पावन अवसर पर कैप्टेन सोमेंद्र कर्मकार की पत्नी वीर नारी नीलिमा कर्मकार का पूर्व सैनिकों ने शौर्यमय सम्मान किया। देश की आज़ादी के लिए बनी पहली सेना आज़ाद हिंद फौज द्वारा अंग्रजों को सशस्त्र क्रांति के माध्यम से खदेड़ने के 75वीं वर्षगांठ पर आज उनका सम्मान पूर्व सैनिक सेवा परिषद जमशेदपुर द्वारा किया गया।ज्ञात हो कि 14 अप्रैल 1944 को मोइरंग के युद्ध में तमाम विपरीत परिस्थितियों के बावजूद पुलिस पोस्ट से यूनियन जैक उतारकर हिंदुस्तान का तिरंगा फहराया था जो आज इतिहास है। कर्नल शौकत मल्लिक के नेतृत्व में तिरंगा फहराने नेताजी सुभाष और तमान देशवासियों के लिए एक गौरव की बात थी। यह बात आज अपने संबोधन में पूर्व सैनिक सेवा परिषद के वरुण कुमार ने उपस्थित पोइरव सैनिकों को कही। कार्यक्रम का शुभारम्भ डीप प्रज्ज्वलन और पुष्पांजलि के साथ हुआ। विषय प्रवेश उमेश शर्मा ने किया और मोइरंग के इतिहास से अवगत कराया। वीर नारी नीलिमा कर्मकार को पुष्प गुच्छ देकर रविन्द्र चौधरी और दीपक सरकार ने किया जबकि अंगवस्त्र ओढाकर सूबेदार विजय कुमार और सुखविंदर सिंह ने सामणित किया। स्मृतिचिन्ह संगठन के संस्थापक महामंत्री वरुण कुमार और नवेन्दु गांगुली ने किया। भावुक होते हुए उन्होंने बताया कि नेताजी खाना खाने उनके घर सिंगापुर आते थे और कहा करए थे कि एक दिन देश को आज़ाद करना ही लक्ष्य है।इस अवसर पर बताया गया कि पूर्व सैनिक सेवा परिषद का लक्ष्य और उद्देश्य आज पूर्ण हुआ जब हम सबने आज उन वीरों को घर जाकर सम्मानित किया।कार्यक्रम का समापन सूबेदार अनिल कु सिन्हा ने किया और सभी का आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर उपस्थित रहे। अशोक कुमार, राणा कुमार जितेंद्र सिंह गौतम लाल हिरेश गौतम लाल बिरजू कुमार अनिल सिन्हा संतोष यादव भुनेश्वर पांडे राजेश कुमार किशोरी प्रसाद दयानंद सिंह माणिक वरदा लाल बाबू सिंह विश्वजीत अजय सिंह उमेश कु शर्मा दीपक सरकार रविन्द्र प्रसाद सहित 35 लोग उपस्थित थे। अंत में 2 मिनट मौन श्रधांजलि देकर भारतमाता की जय कैप्टेन सोमेंद्र कर्मकार अमर रहें और जय हिंद का ओजस्वी नारा लगाया
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