जमशेदपुर -घर के बुजुर्गों का भरण पोषण करना वारिस की कानूनी बाध्यता:  राजीव कुमार

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जमशेदपुर : घर के बूढ़े बुजुर्गों का तिरस्कार करना तथा उनकी देखभाल उचित रूप से नहीं करने वाले कानूनी वारिस को दंडित करने का प्रावधान है। इसके लिए पीड़ित बुजुर्ग कानून की मदद ले सकते हैं। उक्त बातें जिला विधिक सेवा प्राधिकार के पैनल लॉयर राजीव कुमार ने कहीं। वे रविवार को जमशेदपुर प्रखंड के पूर्वी कालीमाटी पंचायत में आयोजित कानूनी जागरूकता शिविर को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि बूढ़े मां बाप या घर के वैसे बुजुर्ग जो अपनी देखभाल स्वयं नहीं कर सकते, उनकी परवरिश का कानूनी जिम्मा उनकी वारिस को है। इससे पल्ला झाड़ने वाले वारिस पर कार्रवाई का प्रावधान है। इसके लिए उन्होंने पीड़ित बुजुर्गों से जिला विधिक सेवा प्राधिकार के माध्यम से कानूनी मदद प्राप्त करने का आह्वान किया। कहा कि समाज में आई विसंगतियों एवं विचारों के असामंजस्य के कारण ही बुजुर्गों को आज तिरस्कृत होना पढ़ रहा है तथा मजबूरन उन्हें वृद्धाश्रम जाना पढ़ रहा है। उन्होंने युवा पीढ़ी को अपनी जिम्मेदारियों का एहसास कराते हुए कहा कि समय बलवान होता है। जैसे  बीज बोओगे वैसी ही फसल तैयार होगी। आज हम युवा हैं कल हम भी बुजुर्ग होंगे। ऐसे में हमारे पुत्र पुत्री अगर वर्तमान परिप्रेक्ष्य के अनुसार आचरण करें तो यह सोचनीय एवं चिंतनीय है। उन्होंने बुजुर्गों को भरोसा दिलाया की ऐसी परिस्थितियां उत्पन्न होने पर उन्हें घबराने की जरूरत नहीं है। वे बेहिचक कानून का सहारा ले सकते हैं। कहा कि अब न्याय के लिए आपको कोर्ट कचहरी के चक्कर नहीं लगाने होंगे। न्याय आपके द्वार खुद पहुंचकर आपको आपका कानूनी हक दिलाएगा। सरकार की योजनाओं की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि  जो बुजुर्ग सामाजिक सुरक्षा पेंशन एवं अन्य अधिकारों से वंचित है व्वे जिला विधिक सेवा प्राधिकार के माध्यम से अपने अधिकार प्राप्त कर सकते हैं। मौके पर पीएलवी सुनील पांडे में जिला विधिक सेवा प्राधिकार के कार्यों पर प्रकाश डाला। साथ ही सरकार की ओर से लोगों के हित में चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी दी। कार्यक्रम का संचालन पीएलवी ग्लोरिया पूर्ति ने किया जबकि धन्यवाद ज्ञापन पंचायत के पूर्व मुखिया प्रभु राम मुंडा ने किया। इस दौरान पीएलवी शंकर गोराई, अरुण रजक, पंचायत की वार्ड सदस्य उषा किरण, लाल बाबू यादव, ग्राम प्रधान बासु बिरुली, नाइके बाबा पितांबर मुर्मू, छोटा माझी बाबा दक्षिण मुर्मू सहित ग्रामीण मंगल मुखी, परेस मुंडा, शंकर मुर्मू, शारों सोए, जेमा करवा आदि मौजूद थे।

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