अब आसानी से मिल जाता है ऋण-छलना दीदी
शिव महिला आजीविका सखी मंडल
ग्राम- काला पाथर
पंचायत- कुलडीहा
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जमशेदपुर।
पूर्वी सिंहभूम के कालापाथर गांव की रहने वाली छलना दीदी बताती हैं कि मेरी उम्र 30 वर्ष है। जिला से गांव की दूरी 30 किलोमीटर है, हम दोनों पति पत्नी किसान हैं। हम साल भर विभिन्न प्रकार की सब्जियां उगाते हैं। इसमें परिवार के अन्य सदस्य जैसे छलना दीदी के सास-ससुर, दो बेटियां, एक बेटा भी मदद करते हैं।
समूह से 10,000 रू ऋण लेकर खेती की- गोभी की खेती से 30000 का मुनाफा
छलना कहती हैं कि समूह से जुड़े हुए 2 वर्ष हो गए। पिछले साल मैंने समूह से 10,000 रू ऋण लेकर खेती किया और मुझे गोभी एवं अन्य फसलों से 30,000 रू तक का मुनाफा हुआ। इस साल मैंने समूह से 10,000 रू ऋण लेकर खेती किया है और खेती में पैदावार बहुत अच्छी हुई है।
समूह से लिए ऋण को लौटाने में दिक्कत नहीं
छलना दीदी बताती हैं कि समूह में ऋण 1.50 रू ब्याज से लौटा रहें हैं। मुझे अब पैसा लौटाने में कोई परेशानी नहीं होती है। वे बताती हैं कि उनके पति फसल को आस-पास के बाजारों में जाकर बेचते हैं।
साहूकार के चंगुल से बचा परिवार
छलना कहती हैं कि समूह से जुड़ने से पहले हमें खेती करने के लिए साहूकार से पैसे लेने पड़ते थे। साहूकार हमें 10 रू ब्याज पर रूपये देते थे, जिससे हमें बहुत कठिनाइयों का सामना करना पड़ता था। हम अपने परिवार का खर्च बहुत मुश्किल से चला पाते थे।
झारखंड सरकार को धन्यवाद
छलना खुशी व्यक्त करते हुए बताती हैं कि अब जे.एस.एल.पी.एस. से जुड़कर हम खेती में दोगुनी पैदावार कर रहें हैं। क्योंकि समूह से मुझे आसानी से ऋण मिल जाता है, जिससे हम साहूकार के चंगुल से बच गए हैं।
इसके लिए मैं झारखण्ड सरकार को तहेदिल से धन्यवाद देती हूँ
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