जमशेदपुर – गुरु गृह गए पढ़न रघुराई, अल्पकाल विद्या सब पाई : बाउरी

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● सीपी समिति मिडिल स्कूल के प्लैटिनम जुबली समारोह का हुआ उद्घाटन
● स्कूल संचालन कर रही संस्था सीपी समिति को राज्य सरकार ने दिया तीन लाख का वित्तीय अनुदान

जमशेदपुर।  रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों के मध्य शनिवार को अपने स्थापना के प्लैटिनम जुबली वर्ष मना रही सीपी समिति मिडिल स्कूल के दो दिवसीय आयोजन की शुरुआत हुई। उद्घाटन कार्यक्रम में प्रदेश के कला-संस्कृति एवं युवा-खेल मंत्री श्री अमर कुमार बाउरी बतौर मुख्यातिथि मौजूद रहें। सीपी समिति मिडिल स्कूल के प्रबंधन तथा शिक्षकों और अभिभावकों को शुभकामनाएं देते हुए मंत्री श्री बाउरी ने कहा कि विद्यालय भी एक उपवन हैं, जहां बच्चे उसके फूल हैं। उन फूलों को हम कैसी शिक्षा से पोषण करते हैं यही उन्हें जिम्मेदार नागरिक बनाने के लिए प्रेरित करते हैं। उन्होंने श्रीरामचरितमानस की चौपाई “गुरु गृह गए पढ़न रघुराई, अल्पकाल विद्या सब पाई” का उल्लेख करते हुए विद्यार्थी जीवन मे अनुशासन तथा विद्यालय और गुरु के प्रति आदर और कर्तव्य भाव का जिक्र किया। कहा कि सामर्थ्यवान होने के बावजूद भी राजा दशरथ में अपने पुत्रों को घर पर ट्यूटर बुलाकर नहीं पढ़ाया, बल्कि ऋषि वशिष्ठ के आश्रम भेज शिक्षा-दीक्षा पूर्ण कराया। मंत्री श्री बाउरी ने लगातार 75 वर्षों से विद्यार्थीयों को बौद्धिक एवं वैचारिक ज्ञान देकर ज़िम्मेदार नागरिक बनाने की दिशा में सीपी समिति विद्यालय प्रबंधन के अप्रतिम सेवा भाव के प्रति सम्मान और कृतज्ञता ज़ाहिर किया। इससे पूर्व कार्यक्रम की शुरुआत मुख्यातिथियों ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया। रंगारंग कार्यक्रम में स्कूली बच्चों ने कई नृत्यों और संगीत की प्रस्तुति से मन मोहा। इस दौरान अंतरराज्यीय लोक नृत्यों का भी मंचन हुआ। इस दौरान स्कूली बच्चों और स्थानीय कलाकारों द्वारा भांगड़ा, कत्थक, गुजराती , बांग्ला नृत्य के अलावे छत्तीसगढ़ी लोक संस्कृति दर्शाती हुई नृत्यों की प्रस्तुति से लोगों का मन मोहा। कार्यक्रम में स्कूली बच्चों के अलावे बड़ी संख्या में अभिभावक, पूर्व छात्र समेत गणमान्य अतिथि मौजूद रहे।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए स्कूल प्रबंधन के अध्यक्ष खेमलाल चौधरी ने विद्यालय की स्थापना से अबतक के वृत्तांत को साझा किया। कहा कि शिक्षा के प्रति समर्पित लोगों के कारण वर्ष 1943 से दो कमरों से शुरू हुई स्कूल अब 25 कमरों वाली हो चुकी है। बताया कि स्कूल से पढ़कर निकले कई छात्र आज प्रशासनिक, राजनीतिक एवं प्रतिष्ठित संस्थानों में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। मौके पर विद्यालय प्रबन्धन के महासचिव दिनेश कुमार ने कहा कि यह विद्यालय आज़ादी से पूर्व की है। कहा कि समाज के लोगों के सहयोग और सहभागिता से विद्यालय ने कुशलतापूर्वक 75 वर्षों का सफ़र तय किया। बताया की स्कूल में लगभग 600 से अधिक बच्चें अध्ययन करते हैं। बताया कि स्कूल में ही ‘राइजिंग सन इंग्लिश स्कूल’ नाम से अंग्रेज़ी माध्यम स्कूल विगत कुछ वर्षों से प्रारंभ हुई है। कार्यक्रम में विद्यालय के संस्थापक सदस्यों के प्रति आदरांजलि अर्पित की गयी। समारोह के दौरान विद्यालय प्रबंधन समिति के पूर्व सदस्यों और स्कूल से जुड़े लोगों को स्मृति चिन्ह एवं पुष्प गुच्छ भेंटकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन जया साहू ने किया।

● विद्यालय का संचालन कर रही संस्था सीपी समिति को राज्य सरकार ने दिया वित्तीय अनुदान

गाढ़ाबासा के सीपी समिति मिडिल स्कूल का संचालन कर रही संस्था ‘सीपी समिति’ के शिक्षा की दिशा में उल्लखनीय योगदान के लिए झारखंड सरकार की ओर से वित्तीय अनुदान दी गयी। कार्यक्रम के दौरान झारखंड सरकार के कला-संस्कृति एवं युवा कार्य मंत्री श्री अमर कुमार बाउरी ने तीन लाख रुपये का चेक समिति को सौंपा। श्री बाउरी ने स्कूल प्रबंधन को आश्वासन दिया कि विद्यालय को मिडिल स्कूल से “हाई स्कूल” की मान्यता दिलाने में सरकारी स्तर पर हर संभव करेंगे। उन्होंने स्कूल के स्मारिका का भी विमोचन किया।

● मंचासीन अतिथि :

कार्यक्रम के दौरान मंचासीन अतिथियों में बतौर मुख्यातिथि सूबे के मंत्री श्री अमर कुमार बाउरी समेत विशिष्ट अतिथियों में समाजसेवी शिवशंकर सिंह, डॉ. जे.के. देवांगन, पन्ना सिंह जंघेल, अनिल काबरा, स्कूल के प्रभारी प्रधानाध्यापक रविशंकर दूबे , विद्यालय प्रांगण में संचालित अंग्रेज़ी माध्यम स्कूल राइजिंग सन इंग्लिश स्कूल की प्राचार्या शुक्ला मजुमदार समेत विद्यालय समिति के अध्यक्ष खेमलाल चौधरी, महासचिव दिनेश कुमार, उपाध्यक्ष मणिलाल साहू , परमानंद कौशल, रामनरेश साहू, मोहन कुमार, उदयराम साहू, सचिव अजय साहू, देवनारायण साहू, सह-सचिव वीरेंद्र कुमार, धनेश्वर प्रसाद, महावीर साहू, कन्हैया देवांगन, कोषाध्यक्ष ललित कुमार चौधरी, अंकेक्षक रेमन कुमार, समेत अन्य मौजूद थे।

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