पाकुड़।एसडीपीओ महेशपुर शशि प्रकाश के नेतृत्व में तामिलनाड गई पाकुड़ पुलिस ने वहाँ की एक अगरबत्ती फैक्टरी में कार्यरत जिले के दो मजदूरों के अलावा असम, दार्जिलिंग तथा नेपाल के तीन मजदूरों को भी मुक्त कराया है ।साथ ही एक मानव तस्कर को भी गिरफ्तार किया है ।यह जानकारी शनिवार को एसपी शैलेंद्र प्रसाद वर्णवाल ने संवाददाता सम्मेलन में दी ।उन्होंने बताया कि जिले के महेशपुर थाना क्षेत्र के बकरीपाड़ा गांव की सुशीला हांसदा ने शिकायत दर्ज करवाया था कि इसी थाना क्षेत्र के सीलमपुर का राजेश मड़ैया उनके पति प्रकाश मुरमू को काम दिलाने के लिए गत अप्रैल महीने में तामिलनाड ले गया था ।उसके बाद से उनके पति की कोई खोज खबर नहीं मिल रही है और न ही राजेश कुछ बता रहा है ।पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए एसपी के निर्देश पर तामिलनाड पहुँच कर स्थानीय पुलिस की मदद से उक्त फैक्टरी में छापामारी कर प्रकाश मुरमू के साथ ही महेशपुर थाना क्षेत्र के भरतपुर गांव के फिलिप किस्कू को भी मुक्त कराया ।इसके अलावा वहाँ कार्यरत जोरहट- असम के सुसेन सांवरा, अलीपुरदुआर के कालु प्रधान तथा नेपाल के शांतिनगर के विश्वास थापा को भी मुक्त कराया है ।ये तीनों अभी पाकुड़ पुलिस के संरक्षण में हैं ।संबंधित जिलों की पुलिस को सूचित कर दिया गया है ।ताकि उन्हें हैंडओवर किया जा सके ।उधर शुक्रवार की देर शाम महेशपुर पुलिस ने छापामारी कर वर्ष 2010 से मानव तस्करी में संलिप्त राजेश मड़ैया को भी गिरफ्तार किया है ।राजेश मड़ैया ने स्वीकार किया कि वह इस दौरान देश के विभिन्न इलाकों में तकरीबन दो दर्जन लोगों को काम दिलाने के बहाने पहुँचा चुका है ।जिसके एवज में उसे प्रति मजदूर चार से पांच हजार रुपये बतौर कमीशन मिला है ।उधर मुक्त कराए गए मजदूरों ने बताया कि फैक्टरी मालिक उनसे बारह बारह घंटे काम लेता था ।जिसके एवज में सप्ताह में महज एक सौ रूपए दिए जाते थे ।उसी में हमें गुजारा करना पड़ रहा था ।इसके अलावा हमें फैक्टरी से बाहर नहीं निकलने दिया जाता था ताकि हम कहीं भाग न जाएँ ।इन सब बातों का विरोध करने पर बेरहमी से हमें पीटा जाता था ।हमारे मोबाइल फोन वगैरह तो वहाँ पहुँचने के साथ ही छीन लिए गए थे ।ताकि हम किसी को कुछ बता न सकें ।
एससी शैलेंद्र प्रसाद वर्णवाल ने बताया कि हम मुक्त कराए गए मजदूरों के बयान के आधार पर राजेश मड़ैया के साथ ही फैक्टरी मालिक के खिलाफ भी मामला दर्ज करेंगे ।
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