नई दिल्ली में आर्थिक आजादी के लिए जमशेदपुर के प्रउतवादी समर्थक दिल्ली मैं संसद मार्ग पर एक दिवसीय धरना पर बैठे
नई दिल्ली।
*देश में आर्थिक आजादी, निर्माणकारी सकारात्मक राजनीतिक विकल्प एवं प्रउत के प्रगतिशील सिद्धांत पर आधारित राजनीति मुक्त, दलविहीन अर्थनैतिक गंणतंत्र के लिए दिनांक 10 नवंबर 2017 को प्रगतिशील सर्व समाज के नेतृत्व में भारत के सभी 44 जन गोष्ठियों पर आधारित समाजों का प्रदर्शन संसद मार्ग पर हुआ काफी संख्या में प्रउत्तवादी समर्थक आर्थिक प्रजातंत्र के समर्थन में हुंकार भरी
प्रगतिशील सर्व समाज समिति के सचिव सुधीर सिंह ने कहा किआर्थिक आजादी दिलाने का एकमात्र समाधान “प्र उ त”दर्शन में है
“प्र उ त” का नारा है शोषण को समाप्त करने के लिए हमें राजनैतिक लोकतंत्र नहीं आर्थिक लोकतंत्र चाहिए सभी लोकतांत्रिक देशों में आर्थिक शक्ति कुछ खास गिने चुने लोगों के हाथों में ही केंद्रित हो जाती है जबकि समाजवादी और साम्यवादी देशों में यही शक्ति एक पार्टी विशेष के कुछ लोगों के हाथों में आ जाती है लेकिन जब आर्थिक आजादी में आम जनता के हाथ में या आर्थिक शक्ति आ जाएगी तो नेताओं का प्रदर्शन समाप्त हो जायेगा राजनीतिक दल हमेशा के लिए समाप्त हो जाएगा आर्थिक लोकतंत्र की संस्थापना संभव हो जाएगी आर्थिक लोकतंत्र की आवश्यकता और विशेषताएं आर्थिक प्रजातंत्र के अनुसार सभी लोगों को न्यूनतम आवश्यकताओं की गारंटी की व्यवस्था उनके संविधान में होगा क्रय क्षमता में बढ़ोतरी होगा आर्थिक व्यवस्था और मजबूत होगा भारत में प्रचलित लोकतंत्र जो कि गरीबो के शोषण की उत्तम प्रणाली बन चुकी है लोकतंत्र की सबसे बड़ी कमी है भारत का संविधान तीन बड़े शोषक समूह होने मिलकर बनाया था अंग्रेजी समाजवाद भारतीय पूंजीपति और भारती सम्राज्य्वाद एक दूसरे को आर्थिक लोकतंत्र में बाहरी लोगों का स्थानीय अर्थव्यवस्था में किसी भी प्रकार का हस्तक्षेप की अनुमति नहीं होगी आर्थिक लोकतंत्र या आर्थिक आजादी की सफलता के लिए” प्र उ त “व्यवस्था को लागू करना अत्यंत जरुरी है यह सभी लोगों का आर्थिक रुप से कल्याण करेगा आर्थिक प्रजातंत्र में प्रत्येक मनुष्य के मानसिक और आध्यात्मिक उत्थान के लिए अवसर भी प्राप्त होंगे आर्थिक लोकतंत्र ना सिर्फ मानव जाति की आर्थिक आजादी के लिए आवश्यक है बल्कि इस व्यवस्था के लागू होने पर वनस्पति जगत और पशु जगत के साथ साथ पर्यावरण के लिए भी लाभकारी सिद्ध होगा आर्थिक प्रजातंत्र मनुष्य और अन्य जीव के वास्तविक जीवन मूल्य को स्थापित करेगी और समाज का सर्वांगीण विकास होगा व्यवस्था को लागू करना अत्यंत जरुरी है यह सभी लोगों का आर्थिक रुप से कल्याण करेगा आर्थिक प्रजातंत्र में प्रत्येक मनुष्य के मानसिक और आध्यात्मिक उत्थान के लिए अवसर भी प्राप्त होंगे आर्थिक लोकतंत्र ना सिर्फ मानव जाति की आर्थिक आजादी के लिए आवश्यक है बल्कि इस व्यवस्था में लागू होने पर वनस्पति जगत और पशु जगत के साथ-साथ पर्यावरण के लिए भी लाभकारी सिद्ध होगा आर्थिक प्रजातंत्र मनुष्य और अन्य जीवो के वास्तविक जीवन मूल्य को स्थापित करेगी और समाज का सर्वांगीण विकास होगा
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