भुवनेश्वर-ओडिशा के विज्ञान व प्रौद्योगिकी मंत्री ने भुवनेश्वर में 11वां यंग एस्ट्रोनॉमर टैलेंट सर्च प्रोग्राम लांच किया

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 टाटा स्टील द्वारा पठानी सामंत प्लेनेटैरियम के साथ हर साल आयोजित किया जाता है याट्स

भुवनेश्वर।

अंतरिक्ष विज्ञान में जागरूकता पैदा करने के उद्देश्य से ओडिशा के स्कूली विद्यार्थियों के लिए हर वर्ष आयोजित किया जाने वाला यंग एस्ट्रोनॉमर टैलेंट सर्च (याट्स) प्रोग्राम का 11वां संस्करण 2 अगस्त को लांच किया गया। । ओडिशा के स्कूल व समूह शिक्षा तथा विज्ञान व प्रौद्योगिकी मंत्री श्री बद्री नारायण पात्रा ने राज्य के सचिवालय में इसका शुभारंभ किया। ‘अंतरिक्ष विज्ञान में भारत का योगदान’ इस वर्ष याट्स का थीम है।
इस मौके पर श्री वी वी यादव, सचिव, विज्ञान व प्रौद्योगिकी विभाग (ओडिशा), श्री कैलाश चंद्र साहू, निदेशक, पठानी सामंत प्लेनेटैरियम, श्री अरूण मिश्रा, वीपी, प्रोजेक्ट गोपालपुर, टाटा स्टील सह एमडी, टाटा स्टील एसईजेड, श्री सर्वेश कुमार, चीफ, ब्रांड मैनेजमेंट ऐंड स्ट्रैटेजिक कम्युनिकेशंस, टाटा स्टील और श्री मणिकांता नायक, चीफ रेसीडेंस एक्जीक्यूटिव, टाटा स्टील भी मौजूद थे।
याट्स 2017-18 पर सूचना पत्रिका जारी करते हुए श्री पात्रा ने कहा, ‘‘विज्ञान और पठानी सामंत पर जागरूकता का प्रसार करने की इस अनूठी पहल के लिए मैं टाटा स्टील और पठानी सामंत प्लेनेटैरियम की प्रशंसा करता हूं। समाज में नवोन्वेषी विकास के लिए विज्ञान व प्रौद्योगिकी एक अहम औजार है और यकीनन याट्स जैसी पहलकदमियां पूरे राज्य में विद्यार्थियों के बीच वैज्ञानिक तेवर को निर्मित और पोषित करने का एक उत्कृष्ट मंच है।‘‘
ओडिशा के विकास को गति में योगदान देने की टाटा स्टील की प्रतिबद्धता को दोहराते हुए श्री मिश्रा ने कहा, ‘‘याट्स के 10वें संस्करण ने राज्य के 27 जिले के 33,000 विद्यार्थियों तक अपनी पहुंच बनायी थी। इस बार हम इसे एक कदम और आगे ले जाना बढ़ाना चाहते हैं तथा विद्यार्थियों के लिए इसे अधिक यादगार और बहुमूल्य अनुभव बनाना चाहते हैं।’’
श्री यादव ने अपने संबोधन में कहा, ’’टाटा स्टील यंग एस्ट्रोनॉमर सर्च के साथ जुड़ कर हमें काफी प्रसन्नता है। हमें यह जानकर काफी खुशी हूई कि इस बार टाटा स्टील अधिक संख्या में ग्रामीण विद्यार्थियों तक पहुंचने की योजना बनायी है, क्योंकि विज्ञान व प्रौद्योगिकी की भाषा, स्थान या क्षेत्रीय सीमा नहीं होती। हमें आशा है कि यह याट्स शानदार होगा और हम टीम को अपना पूरा सहयोग देंगे।‘‘
पठानी सामंत के नाम से लोकप्रिय सामंता चंद्र शेखर हरिचंदन महापात्रा के अनुकरणीय योगदान को याद करने और युवाओं को वैज्ञानिक नवोन्वेषण व अंतरिक्ष विज्ञान के विभिन्न विषयों की अवधारणाओं पर अपनी प्रतिभा प्रदर्शित करने को प्रोत्साहित करने के लिए वर्ष 2007 से टाटा स्टील द्वारा पठानी सामंत प्लेनेटैरियम के सहयोग से याट्स का आयोजन किया जाता है। यह हाई स्कूल के विद्यार्थियों को इस विषय पर अपनी प्रतिभा को दर्शाने का एक मंच प्रदान करता है।
याट्स प्रोग्राम में अंतरिक्ष विज्ञान पर कक्षा नौ और दस के विद्यार्थियों के लिए एक निबंध प्रतियोगिता तथा कक्षा सात और आठ के विद्यार्थियों के लिए एक ओपन क्विज शामिल है। ये मुख्यतः अंतरिक्ष विज्ञान में भारत की हालिया प्रगति पर केंद्रित होते हैं। भारत इस क्षेत्र में विश्वस्तरीय प्रभाव पैदा कर रहा है और वर्तमान समय में इसमें नयी ऊर्जा देखने को मिल रही है। इसी संदर्भ में निबंध के विषय तय किये जाते हैं।

12-13 दिसंबर को पठानी सामंत प्लेनेटैरियम, भुवनेश्वर में होने वाले ग्रांड फिनाले में हर प्रतिभागी जिला से शीर्ष के दो विजेताओं को आमंत्रित किया जायेगा। इस दौरान फाइनल राउंड के मूल्यांकन के बाद याट्स 2017-18 के 20 शीर्ष विजेताओं का चयन कर उन्हें सम्मानित किया जायेगा। इसके बाद, उन्हें मई 2018 में टाटा स्टील द्वारा इसरो की किसी एक इकाई का एक्सपोजर विजिट कराया जायेगा।

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