JAMSHEDPUR-जीएसटी के स्वागत में भाजपा नेताओं के वक्तव्य 

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JAMSHEDPUR (01JULY)।
● जीएसटी महज़ टैक्स परिवर्तन नहीं, बल्कि आर्थिक आज़ादी है : दिनेश कुमार
भाजपा जिलाध्यक्ष दिनेश कुमार ने जीएसटी विधेयक के भव्य लॉंचिंग का स्वागत करते हुए इसे आर्थिक आज़ादी करार दिया। कहा कि जीएसटी महज़ टैक्स की जटिलताओं का सरलीकरण नहीं, बल्कि सर्वसाधारण की आर्थिक आज़ादी है जो दशकों से बहुप्रतीक्षित थी। कहा कि समूचे देश में एक समान टैक्स व्यवस्था लागू करने से आर्थिक सुगमता के संग निवेश की संभावना बढ़ेगी। उन्होंने इसे लागू करने हेतु मोदी सरकार के प्रति आभार जताते हुए कहा कि यह सबका साथ-सबका विकास की नीति पर केंद्रित है।
● पारदर्शिता बढ़ाने वाला सबसे अहम आर्थिक सुधार है जीएसटी : राजेश शुक्ल
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता राजेश कुमार शुक्ल ने जीएसटी विधेयक को पारदर्शिता बढ़ाने वाला अहम आर्थिक सुधार बताया। कहा कि समूचे देश में एक कर-व्यवस्था लागू कर मोदी सरकार ने लगभग अट्ठारह प्रकार के प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष करों से आम जनों और विशेषकर व्यापारी वर्ग को राहत पहुंचाई है साथ ही प्रक्रियाओं को सरल और पारदर्शी किया। उन्होंने इसे भारतीय इतिहास की अब तक कि सबसे बड़ी आर्थिक क्रांति करार देते हुए बताया कि आगामी दिनों में रोज़गार और निवेश की संभावनाएं भी बढ़ेंगी।
● भारत को एकल बाज़ार बनाएगी जीएसटी : चंद्रशेखर मिश्रा
भारतीय जनता पार्टी के पूर्व जिलाध्यक्ष चंद्रशेखर मिश्रा की ओर से कहा गया कि भारत में टैक्स की व्यवस्था अबतक जटिल रही है। केंद्र और राज्य सरकारों के वस्तु व सेवाओं पर 17 तरह के टैक्स लगते हैं और अब इन सबकी जगह जीएसटी ले रहा है। इसमें वस्तुओं और सेवाओं पर अलग-अलग लगने वाले सभी कर समाहित हो जायेंगे। इससे पूरे देश में वस्तुओं और सेवाओं की कीमतें लगभग एक हो जायेंगी (कुछ अपवादों को छोड़ कर)। सरल शब्दों में कहें तो, अब भारत एकल बाज़ार बन जायेगा। जीसटी का वास्तविक वादा ही है, ‘एक देश-एक कर-एक बाजार’।
● विदेशी निवेश के लिए आकर्षक गंतव्य बनेगा भारत : अंकित आनंद
राज्यसभा में जीएसटी विधेयक के पारित होने पर प्रसन्नता जताते हुए भाजपा के जिला मीडिया प्रभारी अंकित आनंद ने इसे एतिहासिक कदम बताया। कहा कि जीएसटी दशकों में सबसे महत्वपूर्ण कर सुधार है जो अर्थव्यवस्था की वृद्धि में उल्लेखनीय योगदान देगा तथा वस्तु एवं सेवाओं की लागत में कमी लाएगा। कहा कि अट्ठारह प्रकार के टैक्सों की जटिलता दूर होकर एकल टैक्स में समाहित होने से भारतीय बाज़ार विदेशी निवेश के लिए आकर्षक गंतव्य बनेगा।

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