जमशेदपुर-इंडियन सुपर लीग की फ्रेंचाइजी बनी टाटा स्टील

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ऽ टाटा स्टील आईएसएल के अगले सीज़न की तैयारी के लिए टाटा फुटबॉल एकेडमी के बुनियादी ढांचे का उपयोग करेगी।
मुंबई, 13 जून।

टाटा स्टील ने प्रतिष्ठित इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) के आगामी सीज़न के लिए जमशेदपुर की फ्रेंचाइजी हासिल कर ली है। भारत में खेल के विकास में अग्रणी रही स्टील कंपनी ने मेजबान शहर के रूप जमशेदपुर के लिए बोली (बिडिंग) जीत ली। यह अगले सीजन से आईएसएल का हिस्सा बन जाएगा।
इस बीच टाटा स्टील जमशेदपुर टीम के सदस्यों के साथ-साथ स्क्वायड और कोचिंग स्टाफ के नामों की घोषणा करेगी। टीम का लोगो और जर्सी का भी जल्द अनावरण किया जाएगा। आईएसएल के आयोजक ‘फुटबॉल स्पोट्र्स डेवलपमेंट लिमिटेड (एफएसडीएल) ने भारत के 10 शहरों – अहमदाबाद, बेंगलुरु, कटक, दुर्गापुर, हैदराबाद, जमशेदपुर, कोलकाता, रांची, सिलीगुड़ी और तिरुवनंतपुरम के लिए बोली आमंत्रित की थी। टाटा/टाटा स्टील को जमशेदपुर दिया गया और अब यह आईएसएल में भाग लेगा। नई टीम कोलकाता, चेन्नई, नई दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, कोची, गोवा और गुवाहाटी की फ्रेंचाइजी के साथ प्रतिष्ठित खिताब के लिए प्रतिस्पर्धा करेगी।
इस अवसर पर बोलते हुए श्री सुनील भास्करन, वाइस प्रेसिडेंट कॉरपोरेट सर्विसेज, टाटा स्टील ने कहा, “यह टाटा स्टील के लिए एक यादगार अवसर है, जो हमेशा देश में खेल, खासकर फुटबॉल के विकास में अग्रणी रही है। प्रतिष्ठित इंडियन सुपर लीग में हमारा प्रवेश देश में फुटबॉल के विकास को बढ़ावा देने की हमारी प्रतिबद्धता की पुष्टि करता है। हम अपने गृहनगर जमशेदपुर के लिए बोली जीत कर बेहद उत्साहित हैं और देश के पूर्वी भाग में फुटबॉल के पोषण के लिए बेहतरीन सुविधाएं उपलब्ध कराएंगे।“
जमशेदपुर में प्रभावोत्पादक टाटा फुटबॉल एकेडमी (टीएफए) के साथ टाटा समूह का खेल, विशेष रूप से फुटबॉल के साथ लंबे समय से संबंध है। टीएफए ने कई असाधारण खिलाड़ियों को तैयार किया है, जिन्होंने पिछले 30 सालों से राष्ट्र को गौरवांवित किया है। नई टीम टीएफए के अत्याधुनिक बुनियादी ढांचा का लाभ उठाएगी।
1987 में जमशेदपुर में स्थापित, टीएफए का उद्देश्य भारतीय फुटबॉल टीम के लिए उत्कृष्ट खिलाड़ियों को तैयार कर देश में फुटबाल के स्तर को बेहतर बनाना और वैज्ञानिक तरीके से उभरते फुटबॉलरों को प्रशिक्षित करना है। एकेडमी ने
अब तक 200 से ज्यादा खिलाड़ियों को प्रशिक्षित किया है, जिनमें से 135 ने देश का प्रतिनिधित्व किया है। इनमें से 19 ने विभिन्न आयु वर्गों में कप्तान के रूप में राष्ट्रीय टीम का नेतृत्व किया है।
ताजा घटना पर टिप्पणी करते हुए भारतीय फुटबॉल टीम के पूर्व कप्तान, ओलंपियन और टीएफए के प्रथम निदेशक श्री चुनी गोस्वामी ने कहा, ‘‘ टाटा हमेशा खेल के प्रमोटर्स रहे हैं और उन्होंने, चाहे वह फुटबॉल हो, हॉकी हो या एथलेटिक्स हो, अखिल भारतीय स्तर पर खेल के क्षेत्र में काफी योगदान दिया है। टीएफए अपनी प्रकार की पहली संस्था है, जो उभरते फुटबॉलरों को तैयार करने के लिए स्थापित की गयी थी, ताकि वे समय के साथ बेहतरीन फुटबॉलरों के रूप में विकसित हो सकें। मैं भाग्यशाली हंू कि शुरुआत में ही टीएफए के साथ जुड़ा। मैं यह जानकर बहुत खुश हूं कि टाटा बड़े पैमाने पर खेल को बढ़ावा देने का काम जारी रखी हुई है। ऐसे में टाटा का आईएसएल से जुड़ना स्वाभाविक है।“

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