रांची।
राज्य उपभोक्ता संरक्षण पर्षद की बैठक आज खाद्य, सार्वजनिक वितरण एवं उपभोक्ता मामलों के मंत्री सरयू राय की अध्यक्षता में प्रोजेक्ट भवन स्थित उनके कार्यालय कक्ष में हुई. बैठक में राजधानी रांची में मिलावटी तेल बनाने व मेघा दूध में मिलावट करने के समाचारों पर गंभीर चिंता व्यक्त की गयी तथा इससे निपटने के लिए संबंधित विभागों और अधिकारियों को कठोर कार्रवाई करने का निर्देश देने का निर्णय लिया गया. बैठक में राज्य में उपभोक्ता आंदोलन को मजबूत करने तथा उपभोक्ताओं को उनके अधिकारों से अवगत कराने हेतु विभाग में सशक्त संगठनात्मक ढांचा खड़ा करने और उपभोक्ता संरक्षण पर्षद को गतिशील बनाने का निर्णय लिया गया.
प्रदेश उपभोक्ता संरक्षण समिति के सभी 5 सदस्यों को एक-एक प्रमंडल का प्रभारी बनाया गया. मंत्री ने निभागीय सचिव को निर्देश दिया कि सभी जिलों में एक माह के भीतर जिला उपभोक्ता संरक्षण समितियों की बैठक आयोजित कर ली जाये. यदि किसी उपायुक्त को फुर्सत नहीं हो तो वे किसी वरीय अधिकारी को इस बैठक की अध्यक्षता हेतु नामित करें. बैठक में जिला उपभोक्ता फोरमों में लंबित मामलों की समीक्षा करने तथा उपभोक्ताओं को अपनी शिकायतें जिला फोरम तथा राज्य उपभोक्ता आयोग में दर्ज कराने हेतु प्रोत्साहित करने का निर्णय लिया गया. यह भी तय हुआ कि राज्य उपभोक्ता संरक्षण पर्षद की वर्ष में 4 बैठकें तथा जिला उपभोक्ता संरक्षण समिति की कम से कम 3 बैठक अवश्य की जाये और इसके लिए विभागीय सचिव एवं जिला उपायुक्तों को अधिकृत किया जाये. बैठक में विभागीय सचिव विनय कुमार चौबे, प्राथमिक शिक्षा उपनिदेशक लुदो कुमारी, नगर विकास विभाग के उपसचिव अशोक प्रसाद सिन्हा तथा राज्य उपभोक्ता संरक्षण पर्षद की सदस्य मीना कुमारी, राकेश कुमार सिंह एवं अनिल कुमार सिंह उपस्थित थे.
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