राहूल राज
जहानाबाद।
शादी विवाह के अवसर पर स्थानीय अरवल मोड़ के समीप प्रतिदिन दूल्हे राजा की गाड़ियां सज रही है। अब शहरी के साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में भी दूल्हे राजा की गाड़ी सजाने की परंपरा कायम हो गई है। यूं तो लगन के प्रतिदिन अरवल मोड़ स्थित हनुमान मंदिर के समीप गाड़ियां सजती है लेकिन शुक्रवार को दोपहर बाद से ही गाड़ियों के सजाने का क्रम आरंभ हो गया था। अरवल मोड़ पर इस कार्य में कम से कम एक दर्जन मालाकार लगे हुए थे। मंदिर के उतर तथा दक्षिण सड़क के किनारे गाड़ियों की कतार लगी हुई थी। जो जैसा पैसा लगा रहा था उसी के अनुरुप उसकी गाड़ी सज रही थी। मालाकार मुकेश कुमार ने बताया कि यहां 1500 से लेकर 5000 रुपये तक की गाड़ी सजाई गई है। उन्होने बताया कि 1500 रुपये में केयारी की तरह गाड़ी सजती है,जबकि सबसे अधिक 5000 रुपये में जो गाड़ी सजती है वह गार्डेन टाइप का होता है। उन्होंने बताया कि पांच हजार रुपये मे गाड़ी सजाने वालों की संख्या काफी कम होती है। अधिकांश लोग 15 सौ रुपये या उससे कुछ अधिक की गाड़ी ही सजा पाते हैं। हालांकि दोपहर बाद से गाड़ी सजाने का जो क्रम चला वह देर रात तक चलता रहा। कारण यह था कि दूल्हे राजा की गाड़ी जिला मुख्यालय होकर गुजर रही थी तो वे गाड़ी सजाए बगैर आगे बढ़ने को तैयार नहीं हो रहे थे।
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