मधेपुरा-आंगनवाड़ी सेविका तथा सहायिकाओं ने किया हड़ताल

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संजय कुमार सुमन
मधेपुरा
बिहार राज्य आंगनबाड़ी कर्मचारी यूनियन के आह्वान पर, अपने 16 सूत्री मांगों को लेकर आज से पूरे प्रदेश के आंगनवाड़ी सेविका तथा सहायिकाओं द्वारा 24 मार्च 2017 से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चली गई हैं। आंगनवाड़ी केन्द्रों में ताला बंदी से सूबे के कुपोषित बच्चों तथा धात्री महिलाओं के स्वास्थ्य व पोषण संबंधी चिंताएं गंभीर हो सकती हैं।
मधेपुरा जिला समेत चौसा प्रखंड सीडीपीओ कार्यालय में भी आंगनवाड़ी सेविका/ सहायिका द्वारा धरना प्रदर्शन कर अनिश्चितकालीन हड़ताल के लिए एकजुटता दिखाई गई। धरना प्रदर्शन की अध्यक्षता कर रही बिहार राज्य आंगनबाड़ी कर्मचारी यूनियन की जिला अध्यक्ष पल्लवी कुमारी ने अपने संबोधन में कहा कि, “सरकार की बहुआयामी योजना कुपोषण मुक्त भारत को पूर्ण करते-करते हम आंगनवाड़ी सेविका- सहायिका बहनें खुद कुपोषण का शिकार हो गई हैं।” उन्होंने बताया कि, “हम बिहार सरकार से मांग करते हैं कि मानदेय का भेदभाव को दूर कर बिहार सरकार हम लोगों को भी गोवा- तेलंगाना की भर्ती प्रक्रिया के अनुसार अतिरिक्त प्रोत्साहन राशि प्रदान करें, तथा सेविका को ग्रुप “C” तथा सहायिका को ग्रुप “D” का दर्जा देते हुए हमारी उचित 16 सूत्री मांगों को स्वीकृति प्रदान करें। धरना प्रदर्शन को संबोधित कर रहे सभी सेविका-सहायिका वक्ताओं ने अपनी 16 सूत्री मांगों को सरकार द्वारा माने जाने तक, अपनी अनिश्चितकालीन हड़ताल को जारी रखने का एक सुर में हुंकार भरा। प्रखंड सचिव ब्यूटी कुमारी ने बताया केंद्र सरकार और बिहार सरकार दोनों मिलकर हम लोगों के साथ छलावा कर रही है। दैनिक मजदूरी से भी कम मानदेय देकर 8 घंटा तक कार्य करवाया जाता है क्या यह न्याय है ?जो एक मजदूर से भी बदतर जिंदगी जीने के लिए हम लोगों को छोड़ दिया है ।
वही इस मौके पर बोलते ए हुए संगीता कुमारी ने कहा कि आज दैनिक मजदूरी से कम होते हुए भी सरकार की बहुआयामी कुपोषण रहित समाज कुपोषण, देश बनाने की कल्पना को हम लोगों के माध्यम से सरकार करवा रही है और हम लोग तन्मयता के साथ कार्य कर रहे हैं, फिर भी सरकार अपनी लाठी हम लोगों के माथे तोर रही है और हम लोग स्वयं दिन-प्रतिदिन कुपोषित होते जा रहे हैं। इस कम पैसे में हम अपने बाल- बच्चे को अच्छी शिक्षा की कल्पना नहीं कर सकते इसलिए सरकार को हमारी मांगे मानना ही होगा ।
इस मौके पर गायत्री कुमारी ने कहा कि गोवा तेलंगाना की भांति बिहार सरकार भी हमें ₹7000 सेविका और 4500 का प्रोत्साहन मांगे राशि दिया जाए ताकि हम लोग इस पैसे से अपनी जीविका को सुधार सके।
रेखा कुमारी और हिना कुमारी ने कहा कि जब तक सरकार हमें सरकारी कर्मचारी का दर्जा नहीं देती है तब तक हम लोग चरम बद्ध आंदोलन करते रहेंगे। सोनी कुमारी और विनीता कुमारी ने कहा, हमें सेवाकाल में मृत्यु हो जाने पर योग्यता अनुसार अनुमान अनुकंपा के आधार पर आश्रितों को बहाल किया जाए ।
बेबी कुमारी ने कहा कि राज्य के अध्यक्ष चंद्रावती देवी के आवाहन पर  पल्लवी कुमारी की अध्यक्षता में हम लोग चरणबद्ध  आंदोलन करते हुए सरकार से अपनी मांगे मंगवा कर छोड़गे ।सरकार हमारी मांगों को अवश्य मानेगी जब हम सभी सेविका -सहायिका एकजुटता का परिचय देंगे ।सीडीपीओ कार्यालय परिसर में आयोजित धरना प्रदर्शन में संगीता कुमारी, चांदनी कुमारी, शोभा कुमारी, मधु कुमारी, जुबेदा खातून, खुशबू, प्रेमलता कुमारी, बेबी कुमारी, मुन्नी कुमारी, शिवानी, ओम शांति कुमारी, पार्वती देवी, संध्या कुमारी, रिंकू कुमारी, सीतादेवी समेत दर्जनों सेविका- सहायिकाओं ने हिस्सा लिया।

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