जमशेदपुर।
सी एन टी और एस पी टी एक्ट के तहत 25 नवबंर को झारखंड बंदी के दौरान जादुगोड़ा मे डंपर जलाने के आरोप मे जे एम एम 6 कार्यकर्ताओ को जिला पुलिस के द्वारा जेल भेजे जाने का मामला तुल पकड़ने लगा है। इस मामले को लेकर रविवार को जे एम एम के समर्थको ने पोटका थाना का घेराव किया। इस दौरान पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की गई। जे एम एम कार्यकर्ताओ को बिना शर्त रिहाई की मांग की गई।
इस सर्दभ मे जे एम एम के जिला अध्यक्ष रामदास सोरेन ने कहा कि जिला पुलिस के द्वारा 25 नवबंर को बंदी के दौरान पोटका मे डंपर जलाने के आरोप मे हमारे बेकसुर 6 कार्यकर्ताओ को जेल भेज दिया गया है। उन्होने कहा कि जिला प्रशासन यहां के विधायक के ईशारे पर हमारे कार्यकर्ताओ को गिरफ्तार की है। उन्होने कहा कि जो कार्यकर्ताओ को पुलिस ने पकड़ा है। वह घटना स्थल से नही पकड़ाये है। वे सभी घटनास्थल से कई किलोमीटर दुर पकड़े गए है। उन्होने कहा कि पहले पुलिस को जांच करना चाहिए तब जाकर कुछ आगे कदम उठाना चाहिए। लेकिन जिला पुलिस ने जांच न कर सीधे जे एम एम कार्यकर्ताओ को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। अगर जिला पुलिस इस मामले को गंभीरता से लेकर सभी 6 जे एम एम कार्यकर्ताओ को बिना शर्त के रिहा नही करता है तो ये अंदोलन और जोरदार होगा। उसकी पूरी जिम्मेदारी जिला पुलिस पर होगी।
जे एम एम कार्यकर्ताओ को पोटका थाना को घेराव को देखते हुए जिला प्रशासन के द्वारा भारी संख्या मे पुलिस बल पोटका थाना तैनात किया गया था।
Comments are closed.