सोनिया गांधी की माओवादियों से अपील, कहा- हिंसा का रास्ता छोड़ मुख्यधारा में आएं

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डेस्क,रांची,4 अप्रेल का्ग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी ने झारखंड के रामगढ़ में आज चुनावी सभा को संबोधित करते हुए माओवादियों से मुख्यधारा में शामिल होने की अपील की। उन्होंने कहा कि किसी भी तरह की हिंसा तरक्की में बाधक है। जो रास्ते से भटक गए हैं वो हिंसा का रास्ता छोड़ दें।

रामगढ़ के सिद्धू कान्हू मैदान में आयोजित सभा में सोनिया ने रामगढ़ को ऐतिहासिक व पवित्र धरती कहते हुए उसे नमन किया और अपना संबोधन शुरू किया। उन्होंने कहा कि हजारीबाग के लिए कांग्रेस ने जितना कुछ किया, उसकी दूसरी कोई मिसाल नहीं है। हमनें पिछड़ों, दलितों, अकलियतों, महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए कोई कमी नहीं रखी। कोयला खदानों में काम करने वालों की ज़िंदगी हमने बेहतर की। इन्दिरा जी ने कोयला खदानों का राष्ट्रीयकरण किया। इससे कामगारों की जिंदगी बेहतर हुई। भविष्य मे भी हम उनका ख्याल रखेंगे।

अपने भाषण में कांग्रेस अध्यक्ष ने यूपीए सरकार की खूब तारीफ की। उन्होंने कहा कि मनरेगा का कानून हमने बनाया। देश का हर बच्चा शिक्षित बने, सो मुफ्त शिक्षा का कानूनी हक हमने दिया। देश में कोई भी नागरिक भूखा न रहे, कुपोषण का शिकार न हो, इसके लिए भी कानून बनाया। सस्ती दर पर अनाज उपलब्ध कराया। ऐसा कानून दुनिया में कहीं नहीं है।

गंभीर बीमारी है करप्शन

सोनिया गांधी ने भ्रष्टाचार का मुद्दा भी उठाया। कहा कि करप्शन गंभीर बीमारी है। इसको रोकने के लिए हमने ठोस प्रयास किए। सूचना का अधिकार जैसा मजबूत हथियार हमने देश के लोगों को दिया है जिससे कोई भी जानकारी हासिल की जा सकती है।

महिलाओं, किसानों की सुध ली

यूपीए अध्यक्ष ने कहा, हमें महिलाओं पर हमले बर्दाश्त नहीं। इसलिए घरेलू हिंसा के खिलाफ कड़े कानून हमने बनाए। किसानों के लिए बिजली, सिंचाई की तमाम सुविधाएं दी, जैसा पहले कभी नहीं हुआ। अकलियतों के लिए भी काम किया। हमनें उन्हें आर्थिक मदद व स्कॉलरशिप दी। प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह खुद उनका ख्याल रख रहे हैं।

कुर्सी हथियाने में लगे हैं विरोधी

विपक्षी पार्टियों पर हमला करते हुए सोनिया ने कहा कि विरोधियों को हमारा अच्छा काम दिखाई नहीं देता। आपसे वो वादे कर रहे हैं और ऐसा बताते हैं कि कोई काम ही नहीं हुआ है। वो दावा करते हैं कि सब हम रातों रात बदल देंगे। कुर्सी हथियाने के लिए किसी भी हद तक नहीं जाना चाहिए। इसकी इजाजत राजनीति में नहीं है। देश इम्तिहान से गुजर रहा

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