जमशेदपुर।
कॉग्रेस प्रदेश अध्यक्ष सुखदेव भगत की परेशानियां कम होते नजर नही आ रही है। सुखदेव भगत को हटाने की मुहिम रांची से शुरु होकर अब जमशेदपुर तक पहुंच गई है। प्रदेश अध्यक्ष सुखदेव भगत के हटाने को लेकर गुरुवार को कोल्हान के विछुब्द वरीय कॉग्रेसियो नेताओ की बैठक निर्मल गेस्ट हाउस हुआ ।इस बैठक विधायक मनोज यादव सहित रांची के वरीय कॉग्रेसी नेता भी बैठक मे शामिल थे।
सुखदेव भगत बनने के बाद वोट का प्रतिशत कम हुआ है
इस दौरान पत्रकार वार्ता के दौरान विधायक मनोज यादव प्रदेश अध्यक्ष पर सुखदेव भगत पर जमकर आरोप लगाये। उन्होने कहा कि जब से प्रदेश अध्यक्ष के पद पर सुखदेव भगत विराजमान हुए है तब से पार्टी रसातल की ओर जा रही है। उन्होने उदाहरण देते हुए कहा कि 2009 विधानसभा चुनाव मे कॉग्रेस ने पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप बालमुचू के समय मे चुनाव लड़कर 14 सीटो पर जीत हासिल करते हुए 21.43 प्रतिशत वोट लाया था। जिसमे पार्टी को 16 लाख 60 हजार 977 वोट मिले थे।वही सुखदेव भगत के शासन काल मे 2014 मेहुए विधानसभा चुनाव मे पार्टी का जनाधार कम हो गया।इस दौरान प्रदेश अध्य़क्ष ने अपने मनपसंद के 62 सीटो पर प्रत्याशी उतारे जिसमे 42प्रत्याशी तो अपना जमानत भी नही बचा पाए। उन्होने कहा कि पार्टी के अलाकमान को गुमराह करते हुए अपने गैर राजनीतिक महिला मित्र को पार्टी का टिकट दे दिया है इसका उदाहरण बागोदर की प्रत्याशी है।
प्रदेश के नई कमेटी मे पुराने कार्यकर्ताओ का उपेक्षा हुई है
उन्होने कहा कि पार्टी झारखंड मे लगातार कमजोर होते जा रही है। उन्होने कहा कि सुखदेव भगत पार्टी ने नई बनी प्रदेश कमेटी उनलोगो को शामील किया है जिनका कोई जनाधार नही है। उन्होने पैसे के बल पर पार्टी के पदो को बांट दिया है पुराने और संगठन से जुड़े लोगो नई बनी प्रदेश कमेटी न जगह देकर वैसे लोगो को पद दिया जिनका अपना कोई जनाधार नही है।
सुखदेव के कारण कई वरिष्ठ कॉग्रेसियो ने पार्टी छोड़ी
मनोज य़ादव ने कहा कि इनके कारण कई वरिष्ठ कॉग्रेसियो पार्टी छोड़ी और दुसरे दलो मे जाकर टिकट लेकर सीट को जीत कर दिखाया।उन्होने कहा कि पांकी विधानसभा के उपचुनाव मे कॉग्रेस की जीत जरुर हुई है लेकिन प्रचार के नाम पर प्रदेश अध्यक्ष जी पलामु जिला मुख्यालय के एक महंगे होटल मे ठहर गए।और खाना खा कर लौट गए।
आदिवासी विरोधी है सुखदेव
मनोज यादव ने सुखदेव भगत को आदिवासी विरोधी नेता बताते हुए कहा कि वर्ष 2009 विधानसभा चुनाव मे करीब 16 प्रतिशत आदिवासी वोट कॉग्रेस को मिला था । जिसमे दो आदिवासी विधायक चुन कर आए थे। वही 2014 मे यह घट कर मात्र 10प्रतिशत हो गया। और एक भी आदिवासी नेता विधायक नही बन सके। यही नही 2014 में चुनाव मे कॉग्रेस आदिवासियो के लिए सुरक्षित सीटो पर भी अपनी साख नही बचा पाई।
हस्ताक्षर अभियान चलेगा
मनोज यादव ने कहा कि सुखदेव भगत के खिलाफ पुरे राज्य मे हस्ताक्षर अभियान चलाया जाएगा। उन्होने कहा कि इसकी शुरुआत हो चुकी है।वे प्रत्येक जिलो मे पार्टी के नेताओ से नही मिलके वैसे पार्टी के जमीनी कार्यकर्ताओ से मिलेगे। उनकी बातो को सुनेगे और पार्टी मे हो रही उनकी उपेक्षाओ के खिलाफ जानकारी पार्टी के वरीय नेताओ को देगे।
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