MADHUBANI NEWS :मधेपुर प्रखंड के महिषाम पंचायत स्थित कपड़फोड़ा विद्यालय में एलबेंडाजोल टैबलेट खाने के कारण दर्जनों बच्चों की तबियत बिगड़ी, प्राथमिक उपचार के बाद बच्चों को भेजा गया घर

अजय धारी सिंह
मधुबनी: आज(शुक्रवार) दोपहर करीब 2 बजे मधेपुर प्रखंड के महिषाम पंचायत स्थित कपड़फोड़ा विद्यालय में एलबेंडाजोल टैबलेट खाने के कारण दर्जनों बच्चों की तबियत बिगड़ी। सुबह प्रार्थना के बाद प्रभारी प्रधानाध्यापक के द्वारा एलबेंडाजोल टैबलेट खाने के लिए दे दिया गया। जबकि एमडीएम खाना दोपहर साढ़े बारह बजे दिया गया, जिसके एक घंटे बाद बच्चों की तबियत बिगड़ने लगी।

घटना मधेपुर प्रखंड के महिषाम पंचायत स्थित कपड़फोड़ा विद्यालय की है। जहां दोपहर करीब 2 बजे एलबेंडाजोल टैबलेट खाने के कारण दर्जनों बच्चों की तबियत बिगड़ गई थी। बच्चों ने बताया कि सुबह प्रार्थना के बाद प्रभारी प्रधानाध्यापक के द्वारा एलबेंडाजोल टैबलेट खाने के लिए दे दिया गया और एमडीएम खाना दोपहर साढ़े बारह बजे दिया गया। जिसके एक घंटे बाद बच्चों की तबियत बिगड़ने लगी। बच्चों को पेट दर्द और उल्टी की शिकायत होने लगी। आनन फानन सभी बच्चों को पीएचसी मधेपुर इलाज के लिए लाया गया। जहां चिकित्सीय जांच और प्राथमिक उपचार के बाद बच्चों को घर भेज दिया गया।
घटना को लेकर डॉ० अफजल अहमद, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, पीएचसी, मधेपुर ने बताया कि स्कूल में बच्चों के तबियत बिगड़ने की घटना की सूचना मिलने पर पीएचसी के डॉक्टर, नर्स, एएनएम, जीएनएम और अन्य सभी लोग मुस्तैद थे। स्कूल से 17 बच्चों को पेट दर्द और उल्टी की शिकायत लेकर पीएचसी लाया गया। बच्चों के पीएचसी पहुंचते ही उनका जरूरत के हिसाब से उपचार किया गया। उपचार के बाद सभी बच्चों ठीक थे, जिसके कारण उनको डिस्चार्ज कर दिया गया। घटना के कारण के बारे में उन्होंने कहा कि बच्चों द्वारा उनको जानकारी दी गई कि सुबह प्रार्थना के बाद ही भूखे पेट प्रभारी प्रधानाध्यापक के द्वारा एलबेंडाजोल टैबलेट खाने के लिए दे दिया गया था। जबकि एमडीएम खाना दोपहर साढ़े बारह बजे दिया गया।
घटना में सचिन कुमार 10 वर्ष, सुविता कुमार 10 वर्ष, उर्मिला कुमारी 10 वर्ष, रुचि कुमारी 12 वर्ष, कैलाश कुमार 10 वर्ष, प्रियंका कुमारी 6 वर्ष, अन्नू कुमारी 7 वर्ष, शिवानी कुमारी 8 वर्ष, संगीता कुमारी 7 वर्ष, आंचल कुमारी 10 वर्ष, विपिन कुमार 8 वर्ष, सोनू कुमार 8 वर्ष, विवेक कुमार 10 वर्ष, निधि कुमारी 7 वर्ष, नेहा कुमारी 10 वर्ष, रीतेश कुमार 7 वर्ष, अर्जुन राम 7 वर्ष, आदर्श कुमार 7 वर्ष, करण राम 8 वर्ष, रोहन कुमार 6 वर्ष, अंकुश कुमार 7 वर्ष, अनोज कुमार 8 वर्ष, मनीष कुमार 8 वर्ष, सोमन कुमार 8 वर्ष, अंजली कुमारी 8 वर्ष, आनंद कुमार 7 वर्ष, अनंत कुमार 8 वर्ष नाम के बच्चे प्रभावित हुए थे। हालांकि चिकित्सीय जांच और प्राथमिक उपचार के बाद बच्चों को घर भेजे जाने के बाद उनके तबियत खराब होने की सूचना नहीं मिली है। लेकिन अचानक से ऐसे तबियत खराब होने से स्थानीय लोगों में तरह तरह की बाते होने लगी है।