Jamshedpur News:टुसू राज्य की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक : विद्युत महतो
दुर्गापूजा मैदान में विशाल टुसू मेला का आयोजन
जमशेदपुर।
भुइयांडीह दुर्गापूजा मैदान में गुरुवार को झारखंड सांस्कृतिक कला रंग मंच द्वारा विशाल टुसू मेले का आयोजन हुआ. इसमें क्षेत्रीय परंपराओं और संस्कृति को जीवंत रूप में प्रस्तुत किया गया. मौके पर बतौर मुख्य अतिथि सांसद विद्युत वरण महतो एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में पूर्वी जमशेदपुर की विधायक पूर्णिमा दास साहू एवं पूर्व मंत्री दुलाल भुइयां मौजूद थे. मुख्य अतिथि सांसद विद्युत वरण महतो ने अपने संबोधन में कहा कि टुसू पर्व झारखंड की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक है.
यह पर्व हमारी परंपराओं, लोककला और सामूहिक जीवन के मूल्यों को सहेजने का माध्यम है. उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजन हमारी संस्कृति को अगली पीढ़ी तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. यह पर्व न केवल आनंद और उल्लास का अवसर है, बल्कि इसमें हमारी सांस्कृतिक पहचान भी समाहित है. उन्होंने सभी से इस विरासत को संजोने और प्रोत्साहन देने का आह्वान किया, ताकि हमारी परंपराएं सदैव जीवंत रहें. विशिष्ट अतिथि पूर्वी जमशेदपुर की विधायक पूर्णिमा दास साहू ने कहा कि टुसू पर्व हमारी ‘संस्कृति का अभिन्न
हिस्सा है.
इसमें प्रकृति के प्रति गहरा प्रेम झलकता है. यह पर्व सामूहिकता व परंपराओं को सहेजने का संदेश देता है. उन्होंने कहा कि टुसू पर्व न केवल सांस्कृतिक आयोजन है, बल्कि यह प्रकृति और मानव के बीच संतुलन और सामंजस्य का प्रतीक भी है. इस दौरान अतिथियों ने सर्वश्रेष्ठ टुसू प्रतिमा का पुरस्कार पश्चिम बंगाल के दुआरसिनी कुचिया निवासी रमेश महतो व टीम को दिया. वहीं, द्वितीय पुरस्कार सरायकेला जिला राजनगर प्रखंड के चाडरी निवासी सुधीर महतो व टीम को दिया गया.
जबकि तृतीय पुरस्कार पुड़िसिली निवासी बाबूराम टुडू व टीम को दिया गया. वहीं, चौड़ल में प्रथम पुरस्कार बोड़ाम के गुमानडीह निवासी आसरु सिंह एवं द्वितीय पुरस्कार बोड़ाम के खोकरो निवासी धीरेन सिंह व टीम को दिया गया.
टुसू मेला को सफल बनाने में राष्ट्रीय दलित एकता मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष विपल्व भुइयां, निमाई मंडल, कुंज विभार, राम प्रसाद भुइयां, अंजना भुइयां, कमल यादव, मन्नु मंडल, रवींद्र भट्टाचार्य, उमाकांत दास, बादल भुइयां, शिबू नामता, सोनू भुइयां समेत अन्य ने योगदान दिया.