Indian Railway :महाकुंभ के दौरान यात्रियों की सुविधाओं पर पूरा फोकस: अश्विनी वैष्णव
5 लेवल पर सीसीटीवी कैमरा के माध्यम से मॉनिटरिंग, रेलवे बोर्ड में वार रूम : अश्विनी वैष्णव
12 भारतीय भाषाओं में भी होगा अनाउंसमेंट
जमशेदपुर।
केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने महाकुंभ 2025 के परिप्रेक्ष्य में प्रयागराज क्षेत्र के 9 रेलवे स्टेशनों पर सीसीटीवी कैमरा के माध्यम से रेलवे बोर्ड द्वारा की जाने वाली मॉनिटरिंग व्यवस्था की शुरुआत की। उन्होंने 22 भारतीय भाषाओं और अंग्रेजी में यात्रियों को सूचना देने के लिए तैयार की गई बुकलेट को भी जारी किया। साथ ही प्रयागराज एवं उसके आसपास के सभी स्टेशनों पर 12 भारतीय भाषाओं में होने वाली उद्घोषणा के शुरू होने की घोषणा की । इस मौके पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए अश्विनी वैष्णव ने कहा कि महाकुंभ भारतीय संस्कृति का महा आयोजन है। संगम में स्नान के लिए प्रयागराज जाने वाले यात्रियों के लिए प्रयागराज क्षेत्र के सभी 9 स्टेशनों पर व्यापक व्यवस्था की गई है। उन्होंने कहा कि पूरे महाकुंभ अवधि में भारतीय रेल द्वारा 10000 नियमित गाड़ियों के अलावा 3100 से अधिक विशेष गाड़ियों का परिचालन किया जाएगा। स्पेशल गाड़ियों की संख्या पिछले कुंभ की तुलना में साढ़े चार गुना होगी। उन्होंने कहा कि 1186 सीसीटीवी कैमरा के माध्यम से सभी स्टेशनों पर नजर रखी जाएगी। सभी स्टेशनों पर विशेष नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है और इसकी निगरानी रेलवे बोर्ड स्तर पर वार रूप से की जाएगी जहां राउंड द क्लॉक सीनियर अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है। उन्होंने कहा कि महाकुंभ के लिए आने वाले यात्रियों की सुविधा के लिए भारतीय रेल द्वारा श्री गंगा जी पुल के निर्माण के साथ-साथ बनारस प्रयागराज लाइन की डबलिंग और फाफामऊ जंघई लाइन की डबलिंग की गई है। यात्रियों के लिए डायरेक्शन वाइस कलर कोडेड होल्डिंग एरिया बनाया गया है और अलग-अलग दिशा के लिए अलग-अलग रंग के टिकट जारी करने की भी व्यवस्था की गई है। उन्होंने कहा कि डिजिटल महाकुंभ के लिए बार कोडेड यूटीएस प्रणाली भी लॉन्च की गई है।
रेलवे बोर्ड वार रूम
प्रयागराज मेला क्षेत्र के सभी 9 स्टेशनों पर भारतीय रेल द्वारा लगभग 1200 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं जिसे प्राप्त फीड की मॉनिटरिंग और विश्लेषण की पांच स्तरीय व्यवस्था भारतीय रेल द्वारा की गई है। हर प्लेटफार्म की गतिविधि की मॉनिटरिंग मेला परिसर में स्थापित कंट्रोल रूम से किया जाएगा। स्टेशन पर स्थापित कंट्रोल रूम से स्टेशन के सभी प्लेटफार्म और सर्कुलेटिंग एरिया की मॉनिटरिंग की जाएगी। मंडल स्तर पर भी राउंड द क्लॉक मॉनिटरिंग हेतु अधिकारियों की टीम रहेगी ऐसे ही व्यवस्था जोनल स्तर पर भी की गई है। रेलवे बोर्ड में स्थापित वार रूम में ऑपरेटिंग, कमर्शियल, सिग्नल एवं टेलीकम्युनिकेशन, मैकेनिकल, इलेक्ट्रिकल और रेल सुरक्षा बल के अधिकारियों एवं कर्मचारियों के तैनाती रहेगी जो महाकुंभ के लिए संचालित सभी गाड़ियों और प्रयाग क्षेत्र के स्टेशनों की मॉनिटरिंग करेगी। स्टेशनों से प्राप्त सूचनाओं के आधार पर यात्री सुविधाओं के सुचारू संचालन और आवश्यकतानुसार विस्तार के संबंध में निर्णय लिया जा सकेगा।
विदित हो कि प्रयागराज में गंगा, यमुना एवं सरस्वती नदी के संगम पर 13 जनवरी से 26 फरवरी तक आयोजित हो रहा महाकुम्भ-2025 अपनी दिव्यता एवं भव्यता से सबको आकर्षित कर रहा है। 12 वर्ष के समय-अंतराल पर आयोजित होने वाले प्रयाग महाकुम्भ में इस वर्ष 40 करोड़ से अधिक लोगों के संगम में स्नान करने की उम्मीद है जिसमें भारतीय उपमहाद्वीप के देशों के लोग तो शामिल होंगे ही, संयुक्त राज्य अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी, जापान, मलेशिया, इंडोनेशिया, कनाडा, मेक्सिको सहित 100 से अधिक देशों के श्रद्धालुओं की भी भागीदारी रहेगी।
महाकुम्भ 2025 को सफल तरीके से आयोजित करने में भारतीय रेल की महत्वपूर्ण भूमिका होगी।
यात्रियों की सेवा एवं सुविधा के लिए प्रयाग क्षेत्र के 9 रेलवे स्टेशनों को विशेष तौर पर तैयार किया गया है। इन स्टेशनों में प्रयागराज जंक्शन, नैनी जंक्शन, प्रयागराज छिवकी, सूबेदारगंज, प्रयागराज संगम, प्रयाग जंक्शन, फाफामऊ जंक्शन, प्रयागराज रामबाग स्टेशन और झूंसी स्टेशन शामिल हैं।यात्रियों की सुविधा के लिए प्रयागराज जंक्शन एवं दूसरे स्टेशनों पर 12 भाषाओं में यात्री सूचनाओं की उद्घोषणा की व्यवस्था की गई है। इस अवसर पर उत्तर मध्य रेल द्वारा 22 भारतीय भाषाओं और अंग्रेजी में बुकलेट तैयार किए गए हैं, जिसमें यात्रियों से जुड़ी महत्वपूर्ण सूचनाएं प्रकाशित की गई हैं। अनरिजर्व्ड क्लास के यात्रियों के वेटिंग एरिया की कलर कोडिंग की गई है, जिसमें यात्रियों को दिशावार बैठने की व्यवस्था रहेगी। प्रयागराज जंक्शन पर लाल कलर कोडिंग वाले होल्डिंग एरिया में लखनऊ और वाराणसी दिशा के यात्री रहेंगे। नीला रंग के कलर कोडिंग वाले होल्डिंग एरिया में दीनदयाल उपाध्याय एवं मिर्जापुर की ओर जाने वाले यात्री रहेंगे। पीले रंग की कलर कोडिंग वाले होल्डिंग एरिया में मानिकपुर सतना और झांसी दिशा की ओर जाने वाले यात्री रहेंगे। हरे रंग की कलर कोडिंग वाले एरिया में कानपुर दिशा की ओर जाने वाले यात्री रहेंगे।
प्रयागराज जंक्शन पर अनरिजर्व्ड क्लास के यात्रियों के प्रवेश हेतु भी अलग-अलग द्वार निर्धारित किए गए हैं, जबकि रिजर्व क्लास के यात्रियों को गेट संख्या 5 से स्टेशन में प्रवेश दिया जाएगा। होल्डिंग एरिया की कलर कोडिंग और अलग-अलग दिशा में जाने वाले यात्रियों के लिए अलग-अलग प्रवेश द्वार की व्यवस्था दूसरे स्टेशनों पर भी की गई है। अनरिजर्व्ड टिकट प्रणाली में भी दिशा वार अलग-अलग रंग के टिकटों की व्यवस्था की गई है।
इस वर्ष मुख्य स्नान पर्व के लिए छः तिथियां निर्धारित हैं।
– पौष पूर्णिमा: 13 जनवरी, 2025
– मकर संक्रांति: 14 जनवरी, 2025
– मौनी अमावस्याः 29 जनवरी, 2025
– बसंत पंचमी: 3 फरवरी, 2025
– माघ पूर्णिमा: 12 फरवरी, 2025
– महाशिवरात्रि: 26 फरवरी, 2025
महाकुम्भ 2025 के लिए रेलवे द्वारा 4000 करोड़ रुपए से अधिक की राशि खर्च की गई है। जिसमें 3700 करोड रुपए का प्रयागराज-वाराणसी डबलिंग और फाफामऊ-जंघई रूट की डबलिंग भी शामिल है। श्री गंगाजी नदी पर नया पुल भी बनाया गया है।
सात नए प्लेटफॉर्मों के निर्माण के साथ प्रयागराज एरिया के सभी नॉन स्टेशनों पर प्लेटफॉर्म की कुल संख्या बढ़कर 48 हो गई है। प्रयागराज एरिया के सात नए स्टेशनों पर सेकेंड एंट्री का डेवलपमेंट किया गया है।
प्रयागराज स्टेशन के सैटेलाइट स्टेशन के रूप में सूबेदारगंज स्टेशन का विकास किया गया है।
महाकुम्भ 2019 के दौरान कुल यात्रियों के 45 प्रतिशत का आगमन प्रयागराज जंक्शन पर हुआ था। अधिक स्टेशनों को चलाने के उद्देश्य से प्रयागराज, फाफामऊ, रामबाग और झूसी यार्ड की री-मॉडलिंग की गई है। प्रयागराज के सभी स्टेशनों को जोड़ने वाली सड़कों को अधिक चौड़ा किया गया है।वर्ष 2025 के महाकुम्भ को लक्ष्य में रखते हुए 17 नए अस्थाई यात्री आश्रय का निर्माण किया गया है जिसके साथ ही प्रयाग क्षेत्र में रेलवे आश्रय स्थलों की संख्या बढ़कर 28 हो गई है। आश्रय स्थलों की होल्डिंग कैपेसिटी 21,000 से बढ़कर 1,10,000 हो गई है।
प्रयाग क्षेत्र के सभी लेवल क्रॉसिंग गेट को बंद करते हुए 21 नए ROBs और RUBs का निर्माण किया गया है। जिससे रेल परिचालन अधिक सुगम हो गया है।
भारतीय रेल द्वारा प्रतिदिन 10 लाख से अधिक टिकट जारी करने की व्यवस्था की गई है, ताकि यात्रियों को टिकट लेने में किसी प्रकार की परेशानी न हो। डिजिटल महाकुम्भ को लक्षित करते हुए बारकोड आधारित UTS सिस्टम पर टिकट लेने की व्यवस्था की गई है।सभी प्लेटफॉर्म पर फर्स्ट एड बूथ की स्थापना की गई है और सभी स्टेशन पर मेडिकल ऑब्जरवेशन रूम बनाया गया है जहां राउंड द क्लॉक डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ की तैनाती रहेगी। सभी प्लेटफॉर्म और स्टेशन परिसर में 1186 सीसीटीवी कैमरा के माध्यम से निगरानी की व्यवस्था की गई है। इसमें 764 नए कैमरे शामिल हैं। इनमें 116 कैमरा ऐसे हैं, जो फेस रिकॉग्नाइज करने में सक्षम हैं।
महाकुम्भ अवधि में भारतीय रेल द्वारा 13,300 से अधिक गाड़ियों का परिचालन किया जाएगा, जिसमें लगभग 10000 रेगुलर गाड़ियां और 3300 से अधिक विशेष गाड़ियां शामिल हैं। महाकुम्भ 2019 के दौरान 694 विशेष गाड़ियों का परिचालन किया गया था।
पूरी व्यवस्था को सुव्यवस्थित तरीके से संपादित करने हेतु रेलवे द्वारा 13,000 से अधिक कर्मचारियों की तैनाती की गई है। इसके अलावा राजकीय रेल पुलिस के लगभग 10,000 जवान भी रेलवे स्टेशन और रेलवे परिसर में यात्रियों की सेवा के लिए उपलब्ध रहेंगे। यात्रियों की सहायता के लिए 1000 से अधिक स्वयंसेवकों की सेवाएं भी रेलवे स्टेशनों पर उपलब्ध रहेगी। 1000 से अधिक स्वच्छता प्रहरी स्टेशन और स्टेशनों की सफाई को सुनिश्चित करने के लिए दिन-रात लगे रहेंगे।
स्टेशन नंबर आने वाले यात्रियों को कुंभ की भव्यता के आलोक में स्टेशनों की दीवारों पर 20000 स्क्वायर मीटर से अधिक एरिया में कुम्भ आधारित पेंटिंग कराई गई है।यात्रियों को सुविधा के लिए सभी स्टेशनों पर नए फुट ओवर ब्रिज शौचालय रैंप इत्यादि का निर्माण कराया गया है। प्लेटफॉर्म पर यात्रियों को निकास द्वारा की ओर ले जाने हेतु कलर्ड फुट मार्कर की व्यवस्था की गई है।