जमशेदपुर-स्थानीय नीति का समर्थन कर विश्वास जताया रघुवर पर : मंच

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जमशेदपुर।
राज्य सरकार द्वारा घोषित स्थानीय नीति के विरोध में जहाँ एक ओर जेएमएम व अन्य दलों ने झारखंड बंद का आह्वाहन किया था । इसके विपरीत भोजपुरी नवचेतना मंच ने रघुवर सरकार द्वारा गढ़ी गयी स्थानीयता की परिभाषा के स्वागत और समर्थन में शनिवार को ‘अधिकार दिवस’ के रूप में स्मरण किया । मंच के कार्यकर्ताओं ने जेएमएम की बंदी के उलट सुबह से हीं सक्रीय रहकर गोलमुरी , जुगसलाई , गोविंदपुर समेत शहर के अन्य हिस्सों में दुकानें व अन्य प्रतिष्ठानें खुलवाई रखी । वहीं शाम पाँच बजे भोजपुरी नवचेतना मंच की जिला कमिटी द्वारा कार्यकारी अध्यक्ष उमाशंकर सिंह के नेत्रित्व में भव्य आतिशबाजी कर लोगों के बीच लड्डू वितरण करते हुए ‘अधिकार दिवस ‘ मनाया गया । मौके पर बतौर मुख्यातिथि मंच के प्रांतीय अध्यक्ष अप्पू तिवारी मौजूद थें । उन्होंने मीडिया को संबोधित करने के क्रम में कहा की स्थानीय नीति का विरोध वो कर रहें है जिन्होंने चौदह वर्षों तक राज्य को विकास से उपेक्षित रखा । इस दौरान कई बार गठबंधन की सरकारें बनीं किंतु स्वयं झारखंड मुक्ति मोर्चा इस बड़े मुद्दे को सुलझाने का साहस न जुटा पाई । स्थानीयता के विषय पर रघुवर सरकार ने बहुत समझदारी से विभिन्न दलों की वर्ष1932 व 2000 को आधार बनाने की माँगों में सामंजस्य बनाते हुए 1985 का विकल्प ढूँढकर राज्यवासियों की ‘स्थानीयता’ परिभाषित की । इस साहसिक कदम हेतु सरकार बधाई के पात्र हैं । श्री तिवारी ने आगे कहा की चुनिंदा राजनैतिक व गैर राजनितिक संगठनों द्वारा झारखंड को अस्थिर करने की शाजिश हो रही है , इसपर कठोर कार्यवाई की आवश्यकता है । मंच के संगठन प्रभारी अंकित आनंद ने कहा की जेएमएम का स्थानीयता के मुद्दे पर कभी पक्ष स्पष्ट नहीं रहा है । वो केवल इस मुद्दे पर सूबे की जनता के संग राजनीत करते आई है किंतु सशक्त नेत्रित्व वाली रघुवर सरकार ने राज्य की स्थानीयता परिभाषित कर इस राजनितिक मुद्दे को हीं समाप्त कर दिया है । इसकी घोषणा के एक माह में हीं रोजगार के नए अवसर पुष्पित व पल्लवित हुए हैं । बताया गया की जनहित के हर मुद्दे पर मंच सरकार के समर्थन में योगदान देती रहेगी । आज के आयोजन में मंच के नेता अप्पू तिवारी , उमाशंकर सिंह , राजकुमार पाण्डेय , अंकित आनंद , ऋषभ सिंह , संजीव ठाकुर , कृष्णा दास , धर्मवीर कुमार , अमरेंद्र सिंह , जयदीप मुखर्जी , दीपक पाठक , रवि , सुनील तिवारी , मस्त कुमार सिंह , कृष्ण मोहन सिंह , कामेश्वर प्रसाद वर्मा , दिलीप कुमार , विकास कुमार , समेत अन्य का सराहनीय योगदान रहा ।

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