भारत सरकार के विज्ञान प्रसार, विज्ञान और तकनीकी विभाग ने एनआईएससीएआईआर और सीएसआईआर के साथ मिलकर भारतीय महिला वैज्ञानिकों पर एक प्रेरणादायी फिल्म ‘साइंटिफिकली योर्स’ का निर्माण किया है। ये फिल्म उन भारतीय महिला वैज्ञानिकों पर आधारित है जिन्होंने भारतीय विज्ञान को एक दिशा देने में योगदान दिया है।
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस से पूर्व आज नई दिल्ली में इस फिल्म के प्रमुख अंशों को दिखाया गया। ये फिल्म अपने आप में अनूठी इसलिए है कि अब तक भारतीय महिला वैज्ञानिकों को देश के लोगों के सामने लाने भरसक प्रयास नहीं हो पाये हैं। फिल्म के जरिए किंवदन्ती बन चुकी इन महिला वैज्ञानिकों के विज्ञान के प्रति योगदान और उनकी उपलब्धियों को सबके सामने लाया गया है।
फिल्म का मकसद युवा छात्र को विज्ञान के प्रति आकर्षित कर रहा है। फिल्म के जरिए छात्रों और अनुसंधान करने वालों खासकर, छात्राओं के सामने ऐसी आदर्श छवी वाले लोगों को पेश करना है जिनसे प्रेरणा पाकर वे विज्ञान के क्षेत्र को अपना पेशा बनाने के लिए अधिक से अधिक प्रेरित हों।
फिल्म में शामिल महिला वैज्ञानिकों को विज्ञान की विभिन्न शाखाओं और अनुसंधान के विभिन्न क्षेत्रों से चुना गया है। फिल्म के 13 धारावाहिक है। प्रत्येक धारावाहिक 26 मिनट का है।
फिल्म में आज भी मौजूद डॉ. इंदिरा नाथ, डॉ. विमला बट्टी, डॉ. कस्तूरी दत्ता, डॉ. मंजू शर्मा, डॉ. चंद्रिमा शाहा, डॉ. चित्रा सरकार, डॉ. विभा टंडन, डॉ. रूपमंजरी घोस, डॉ. शशि वधवा और डॉ. सुनीता सक्सेना जैसी प्रसिद्ध महिलाएं शामिल हैं।
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