Jamshedpur News :आनंद पूर्णिमा के अवसर पर 5 मोतियाबिंद रोगियों का निशुल्क ऑपरेशन कर लेंस लगाया गया
मोतियाबिंद ऑपरेशन या अन्य तरह के भी आंखों के ऑपरेशन के बाद 1 सप्ताह के अंदर आंखों का दोबारा (फ़ॉलोअप) जांच होना बहुत जरूरी : आनंद मार्ग
जमशेदपुर:
आनंद मार्ग के संस्थापक श्री श्री आनंदमूर्ति जी के 102 वां जन्म दिवस के अवसर पर मोतियाबिंद चिन्हित 5 रोगियों का पूर्णिमा नेत्रालय में ऑपरेशन करवाया गया एवं निशुल्क लेंस लगाया गया.. साथ ही रोगियों को दवा एवं चश्मा देकर उन्हें घर पहुंचा दिया गया.
आनंद मार्ग यूनिवर्सल रिलीफ टीम ग्लोबल एवं पूर्णिमा नेत्रालय के सहयोग से गदरा आनंद मार्ग जागृति में नेत्र जांच शिविर का आयोजन किया गया था जिसमें लगभग 35 लोगों का आंखों की जांच हुई. इसमें पांच मोतियाबिंद के रोगी चिन्हित हुए जिनका आज निशुल्क ऑपरेशन किया गया. आनंद पूर्णिमा के अवसर पर
आनंद मार्ग यूनिवर्सल रिलीफ टीम ग्लोबल के कैंप ऑर्गनाइजर सुनील आनंद का कहना है कि पिछले काफी सालों के अनुभव के आधार पर एवं ऑपरेशन के बाद के सरकार के गाइडलाइन के आधार पर जो लोग भी मोतियाबिंद कैंप के माध्यम से अपने आंखों का मोतियाबिंद या अन्य तरह का भी ऑपरेशन करवाते हैं उनके ऑपरेशन के बाद अगर किसी तरह की समस्या है तो तुरंत हॉस्पिटल जाना जरूरी है और नहीं भी है तो एक सप्ताह के अंदर उनकी आंख की जांच बहुत ही जरूरी है. इसमें समाज के लोगों के भी सहयोग की जरूरत है. बहुत सारे ऐसे बुजुर्ग जरूरतमंद लोग जो ऑपरेशन तो करवा लेते हैं परंतु दोबारा अपने आंखों की जांच नहीं कराते . अगर आप किसी भी बुजुर्ग या अन्य किसी को काला चश्मा पहना हुआ देखते हैं तो उन्हें जरूर पूछें कि आप अपने आंख का ऑपरेशन करवाने के बाद (फॉलोअप) यानी 1 सप्ताह के अंदर अपनी आंख का जांच करवाएं थे या नहीं, अगर नहीं करवाते हैं तो उनको जिस जगह से ऑपरेशन करवाया गया है वहां पर जरूर भेजें. जो भी संस्था मोतियाबिंद ऑपरेशन के लिए कैंप लगाती है उनका भी नैतिक कर्तव्य बनता है कि उनके कैंप में चयनित लोगों के ऑपरेशन के बाद उनका 1 सप्ताह के अंदर जांच करवाना . खासकर देहातों में जो कैंप लगाया जाता है वहां के रोगियों को ऑपरेशन के बाद उनका जांच 1 सप्ताह के अंदर करवाना बहुत जरूरी है. इससे एक स्वस्थ और सुंदर समाज का निर्माण हो सकता है.
Comments are closed.