बीजेएनएन व्युरों ,जमशेदपुर2 मार्च,
मुंबई के समीप पनडुब्बी सिंधुरत्न हादसे में शहीद हुए जमशेदपुर के लेफ्टिनेंट मनोरंजन कुमार के पार्थिव शरीर की शनिवार को सुवर्णरेखा बर्निंग घाट पर अंत्येष्टि कर दी गई। पिता नवीन कुमार चौधरी ने उन्हें मुखाग्नि दी। आर्मी और नेवी की ओर से गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। घाट पर फौज के अधिकारी, प्रशासनिक अमला, जमशेदपुर सांसद, परिवार समेत हजारों लोगों ने श्रद्धांजलि दी।
शहीद का पार्थिव शरीर शनिवार की शाम 6.45 बजे रांची से सड़क मार्ग से बालीगुमा स्थित वास्तु विहार कॉलोनी में उनके आवास लाया गया। तिरंगे में लिपटे जांबाज का शव जैसे ही शहर पहुंचा, पूरा माहौल परिजनों के क्रंदन से गूंज उठा। अंतिम दर्शन करने को शहरवासी उमड़ पड़े। मां रुक्मणी देवी ने ताबूत में तिरंगे से लिपटे लाल के शव से लिपट गईं। उन्होंने बेटे का अंतिम दर्शन किया।
इससे पहले शहीद हुए जमशेदपुर के लेफ्टिनेंट मनोरंजन कुमार का पार्थिव शरीर शनिवार को दोपहर बाद एयर इंडिया की फ्लाइट से रांची के बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पहुंचा। शव के साथ पिता नवीन कुमार व नेवी के अधिकारी भी आए थे। शव जैसे ही बिरसा मुंडा एयरपोर्ट के बाहर आया, माहौल गमगीन हो गया। वहां पर सेना की ओर से शहीद को गार्ड ऑफ ऑनर पेश किया गया।
नेवी व आर्मी के अधिकारियों ने शव पर पुष्पचक्र अर्पित किया। झाविमो अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी, जमशेदपुर सांसद डॉ. अजय कुमार व जिला प्रशासन की अधिकारी शालिनी विजय ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। इसके बाद शव को सड़क मार्ग से जमशेदपुर ले जाया गया।
वही पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा ने शहीद लेफ्टिनेट मनोरंजन की मौत पर दुख जताया है। उन्होंने कहा है कि इस जांबाज ने जान की बाजी लगा कर पनडुब्बी पर सवार नौसेना के अन्य साथियों को बचाने का काम किया। केंद्र को इस जांबाज को सर्वोच्च सैन्य सम्मान देना चाहिए। उन्होंने मनोरंजन के परिजनों का संरक्षण और सहायता राशि प्रदान करने की भी मांग की है।
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