Jamshedpur Today News ;सीजीपीसी सिखाएगी गुरुद्वारों के ग्रंथी, सेवादारों और ओहदेदारों को सिख रहत मर्यादा का सबक

गुरुद्वारा संचालित विद्यालयों में गुरमुखी की जायेगी अनिवार्य

104

जमशेदपुर।
सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमिटी (सीजीपीसी) की टीम प्रधान भगवान सिंह के नेतृत्व में सिख समाज

की उन्नति के लिए एक के बाद एक नवीन प्रयास कर रही है इसी कड़ी में सीजीपीसी की धर्म प्रचार

विभाग ने विभिन्न गुरुद्वारों के ग्रंथी, सेवादारों और ओहदेदारों को सिख रहत मर्यादा का महत्वपूर्ण

सबक पढ़ाने का बीड़ा उठा लिया है।

इस सिलसिले में मंगलवार देर शाम को धर्म प्रचार कमिटी ने सदस्यों संग एक बैठक कर कई

बिंदुओं पर विचार करते हुए निर्णय लिया कि जमशेदपुर के विभिन्न गुरुद्वारों में रहत मर्यादा लागू

करवाने के लिए सर्वप्रथम गुरुद्वारों के ग्रंथी, सेवादारों और ओहदेदारों को सिख रहत मर्यादा के प्रति

शिक्षित करने की व्यवस्था करनी होगी।

धर्म प्रचार कमिटी के संयोजक सुखदेव सिंह खालसा व प्रचारक गुरप्रताप सिंह ने कहा कि वे

शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमिटी (एसजीपीसी) के साथ लगातार संपर्क में हैं और प्रयास कर रहे

हैं कि वहां से प्रचारकों को शहर में आंमत्रित कर रहत मर्यादा को लागु कराने की मुहीम चलाएंगे।

प्रधान भगवान सिंह, सलाहकार गुरचरण सिंह बिल्ला और महासचिव अमरजीत सिंह की उपस्थिति

में आयोजित बैठक में कहा गया कि फ़िलहाल शहर के छः गुरुद्वारों क्रमशः टुइलाडुंगरी, तार

कंपनी, टेल्को, बिरसानगर, जुगसलाई (स्टेशन रोड) तथा संत कुटिया गुरुद्वारों से शुरआत की

जाएगी। बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि गुरुद्वारों द्वारा संचालित विद्यालयों में गुरमुखी लिपि

को अनिवार्य करने की कवायद शुरू की जायेगी। बैठक में सुखदेव सिंह खालसा, गुरप्रताप सिंह,

जसवंत सिंह जस्सू के अलावा प्रचारक हरविंदर सिंह जमशेदपुरी, रविंदर सिंह, रविंदरपाल सिंह,

भूपिंदर सिंह, हरजीत सिंह टीपू और दलबीर कौर ने मुख्य रूप से भाग लिया।

Comments are closed.

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More