चाईबासा ।अभी पिछले शनिवार को जैंतगढ़ बाजार में अकाशीय चड़क हुई थी, जिसमें तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे। चूंकि कोविड कॉल के समय से जैंतगढ़ प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में कोई भी डॉक्टर पदस्थापित नहीं है, इसलिए तीनों को पड़ोसी राज्य उड़ीसा के चंपुआ सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया! अभी पूरी तरह से जैंतगढ़ क्षेत्र के लोग चंपुआ सरकारी अस्पताल पर निर्भर हैं इसी को देखते हुए जैंतगढ़ के सामाजिक कार्यकर्ता आमीर हिंदुस्तानी ने उपायुक्त पश्चिमी सिंहभूम अनन्य मित्तल से मिलकर बिंदुवार समस्याओं से अवगत कराया था।जैंतगढ़ प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में कोरोना के समय से कोई डॉक्टर पदस्थापित नहीं है, कम से कम सप्ताह में 1 दिन कोई एमबीबीएस डॉक्टर को स्वास्थ्य केंद्र में बैठाया जाए, जैंतगढ़ हॉट गमहरया एनएच 75 पर हमेशा सड़क दुर्घटना हो रही है, जिसमें देरी से एंबुलेंस पहुंचने के कारण कई लोगों ने अपनी जान गवा दी है, अगर हम लोग 108 डायल करके एंबुलेंस मंगाना चाहते हैं तो यह कॉल उड़ीसा को चला जाता है, तथा उड़ीसा प्रशासन तो हमें एंबुलेंस नहीं दे सकते हैं, इसलिए जैंतगढ़ क्षेत्र को एक एंबुलेंस दिया जाए। पिछले कई वर्षों से जैंतगढ़ प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की नई बिल्डिंग लगभग बनकर तैयार है, थोड़ा बहुत जो काम है उसको करा कर नई बिल्डिंग का उद्घाटन कराया जाए, या फिर रि टेंडर किया जाए! इस पर तुरंत संज्ञान लेते हुए उपायुक्त महोदय ने जिला चिकित्सा पदाधिकारी को फोन पर जैंतगढ़ में कम से कम सप्ताह में 1 दिन डॉक्टर उपलब्ध कराने का निर्देश दिया! जिस को अमलीजामा पहनाते हुए डॉ जुझार माझी ने मझगांव के एक एमबीबीएस डॉक्टर को प्रत्येक शनिवार के दिन नियुक्त कर दिया है! डॉ माझी ने आज बातचीत करते हुए बताया कि इसके अलावा और जो भी समस्या जैंतगढ़ प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में है उसको भी धीरे धीरे सुधार कर लिया जाएगा। मौके पर मुख्य रूप से चाईबासा के समाजसेवी इरशाद अली एवं प्रकाश लागुरी मौजूद थे!
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