चार वर्ष बाद भी धमारा का नही हुआ समुचित विकास : छैला बिहारी
सिमरी बख्तियारपुर(सहरसा) ब्रजेश भारती की रिपोर्ट :-
पूर्व मध्य रेलवे के सहरसा-मानसी रेलखंड के धमारा घाट स्टेशन पर राज्यरानी एक्सप्रेस ट्रेन से कट कर काल के गाल में समा गये 28 श्रद्धालुओं की मौत की चौथी बरसी पर शनिवार को श्रद्धांजलि सभा सह धरना का आयोजन किया गया।
प्रसिद्ध लोक गायक सुनील छैला बिहारी की अगुवाई में आयोजित कार्यक्रम में सबसे पहले मृतकों की याद में दो मिनट का मौन रख मृतको के आत्मा की शांति के लिये श्रद्धांजलि दी गई।
जिसके बाद महाधरना में शामिल लोक गायक सुनील छैला बिहारी ने लोगों से कहा कि दुर्घटना के बाद स्टेशन परिसर में नौ दिनों तक आमरण अनशन किया गया था। लेकिन सरकारी तंत्र का लिखित आश्वासन मिला था कि छह माह के अंदर सभी मांगे पूरी की जाएगी। परन्तु चार वर्ष बीतने के बावजूद सरकार की नजर बंद है, जिस वजह से फरकिया आज भी विकास से दूर है।
उन्होनें ने कहा कि फरकिया का समुचित विकास हो और धमारा स्टेशन को मॉडल स्टेशन बनाया जाये।साथ ही मां कात्यायनी स्थान को राष्ट्रीय पर्यटक स्थल घोषित किया जाये।
वही सभा को सुभाष चंद्र जोशी संबोधित करते हुये कहा कि बिहार सरकार व रेल प्रशासन ने वादा किया था कि मां कात्यायनी स्थान को राष्ट्रीय पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जायेगा और बदला से कोपरिया तक सड़क निर्माण के साथ-साथ धमारा घाट स्टेशन को विकसित किया जायेगा।लेकिन चार वर्ष बीतने के बाद भी धमारा घाट रेलवे स्टेश का सूरत नहीं बदल सकी.जिसकी चिंता ना सरकार को है और ना ही रेलवे को। धरना के मौके पर स्थानीय लोगों ने कहा कि स्टेशन पर प्लेटफॉर्म निर्माण अधूरा पड़ा है और रेलवे भी सोया है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता मांगन सिंह और संचालन नागेन्द्र सिंह त्यागी ने किया।इस मौके पर ई धर्मेंद्र, मांगन सिंह, साकेत कुमार बबलू, मुकेश सिंह, वीरेन्द्र कुशवाहा, सरपंच नूर आलम, जितेन्द्र यादव, चंद्रशेखर सिंह, साहेब सिंह, चुन्नू सिंह, प्रमोद साह, रौशन साह सहित अन्य मौजूद थे।
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