सहरसा-बाढ़ राहत शिविर का डीडीसी ने किया निरीक्षण,बदइंतजामी का आलम

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सिमरी बख्तियारपुर व सलखुआ प्रखंड के एक दर्जन पंचायत बाढ़ से प्रभावित
प्रशासन ने बहुरवा और चिड़ैया में चला रहा है बाढ़ राहत शिविर
बहुअरबा राहत शिविर(सिमरी बख्तियारपुर,सहरसा)से लौटकर ब्रजेश भारती की रिपोर्ट :-
लगातार हो रही बारिश और कोसी बराज से छोड़े जा रहे पानी की वजह से कोसी में उफान जारी है।वही अनुमंडल क्षेत्र के करीब एक दर्जन पंचायतों में बाढ़ का पानी आ जाने से लोगो का बुरा हाल हो गया है।


वही गुरुवार को सिमरी से कोशी बाँध पर जाने वाली सड़क पर भी पानी चढ़ गया जिसके बाद यातायात परिचालन में काफी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। वही स्थानिय प्रशासन की ओर से सलखुआ में 33 और सिमरी में 21 नाव बाढ़ पीड़ीतों के लिये चलाया जा रहा है।
बाढ़ पीड़ीतों के मिलेगी हर संभव सहायता : डीडीसी

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बीते कई दिनों से कोसी बराज से हो रहे डिस्चार्ज का असर सलखुआ में सबसे अधिक देखने को मिल रहा है।नेपाल के बराह इलाके में लगातार हो रही बारिश के बाद बाढ़ की स्थिती भयावह हो गई है।सिमरी बख्तियारपुर अनुमंडल के करीब एक दर्जन पंचायत बाढ़ के पानी से प्रभावित हो गये है।सबसे अधिक भयावह स्थिती पूर्वी कोशी तटबंध के अंदर के पंचायतों का हो गया है।
यहां टोलो मुहल्लों से लेकर गावों में बाढ़ का कहर देखने को मिल रहा हैं।जिस वजह से महिला और बच्चे बीते दो दिनों से गांव छोड़ बाढ़ राहत केंद्र में रह रहे है।
वही गुरुवार को डीडीसी शिवेंदु चौधरी सलखुआ पहुँच मध्य विद्यालय बहुरवा स्थित बाढ़ राहत केंद्र का निरीक्षण किया।इस दौरान उन्होंने बाढ़ पीड़ितों से भी बात की और बेहिचक परेशानी बताने को कहा।

डीडीसी ने जल्द – से – जल्द बाढ़ राहत केंद्र में साफ – सफाई करवाने के लिए सलखुआ बीडीओ को कहा।इसके साथ ही बाढ़ राहत केंद्र में महिलाओं के लिए शौचालय की व्यवस्था करने को कहा।इस मौके पर सलखुआ बीडीओ विभेष आनंद, सीओ संजय कुमार सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।
पशु को चारा और बच्चो को दूध की उठी मांग
सलखुआ प्रखंड अंतर्गत मध्य विद्यालय बहुरवा में चल रहे बाढ़ राहत शिविर में बाढ़ पीड़ितों ने बताया कि शिविर मे पानी वाला दाल मिल रहल छैय, की करबै की बोलबै।बोल्बे त यहो नैय देते।शिविर मे धरमाहा से पहुंची सजनी देवी, राजकुमारी देवी आदि ने बताया कि पशुचारा की सबसे बड़ी दिक्कत हो गई है।बकरी से लेकर गाय-भैंस आदि के लिये पशु चारे की खासी दिक्कत है और जिस कारन परेशानी हो रही है।प्रशासन से गुहार लगाने का भी कोई असर नही हुआ। यहां लगभग साढ़े आठ सौ बाढ़ पीड़ीत रह रहें हैं। वही और लोगो के आने का शिलशिला जारी हैं।
वही पूर्व कोशी तटबंध के अंदर चिड़ैया में भी राहत शिविर चलाया जा रहा हैं। यहां भी सैकड़ों की संख्या में बाढ़ पीड़ीत रह रहें हैं।

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