गम्हरिया।
जिला उपायुक्त छवि रंजन के नेतृत्व में प्रशासनिक पदाधिकारियों के दल द्वारा गम्हरिया प्रखंड का दौरा कर औचक निरीक्षण किया गया। इस दौरान प्रखंड परिसर में स्थित प्रखंड, अंचल, बाल विकास परियोजना, शिक्षा विभाग आदि कार्यालयों में जाँच की गई। इस दौरान उपायुक्त ने संबंधित विभागों के फाईलों व पंचायत के विभिन्न गाँवों में चलाई जा रही विकास योजनाओं के फाईलों की जाँच की अद्यतन स्थिति की जानकारी लिया। निरीक्षण के दौरान कई विसंगतियाँ पाई गई। उपायुक्त ने बताया कि प्रखंड कार्यालय में सेवा पुस्तिका के बगैर सत्यापन के ही पे फिक्स कर दिया गया। कैशबुक संधारण में भी कई त्रुटियां पाई गई है। इसके अलावा बैंक स्टेटमेंट एवं कैश बुक संधारण में भी कई त्रुटियां पाई गई है। उन्होंने बताया कि योजना से संबद्ध 3 लाख 94 हजार की अग्रिम राशि को वापस करने का निर्देश बीडीओ को दिया गया है। साथ ही, कई योजनाएँ अभी तक चालू नहीं किए जाने से संबंधित राशि को भी जिला में वापस करने का निर्देश दिया गया है। अंचल कार्यालय के निरीक्षण के क्रम में उपायुक्त ने बताया कि जमीन रजिस्ट्री के लिए भेजे जा रहे जाँच प्रतिवेदन के क्रमांक में अनियमितता पाई गई है। नगर निगम कार्यालय से नक्शा पारित के लिए मांगे जा रहे जमीन प्रतिवेदन का क्रमांक भी सही ढंग से संधारण नहीं किया गया है। अंचल कार्यालय की ओर से पूर्व में गैर मजरूआ जमीन की बंदोबस्ती कर दिया गया है। कई अभिलेख अनुपलब्ध रहने से अंचलाधिकारी को जीएम लैंड की विवरणी बनाकर कार्यालय भेजने का निर्देश दिया गया है। इस दौरान उपायुक्त समेत जिले से आए तमाम पदाधिकारियों ने प्रखंड एवं अंचल के विस्तृत परिसर में घुम घुम कर जायजा लिया। इस दौरान डीडीसी आकांक्षा रंजन, एडीसी कुंज बिहारी पांडेय, निदेशक, डीआरडीए अनिता सहाय, डीपीआरओ पारस नाथ यादव, आईटीडीए के प्रोजेक्ट आफिसर अरुण बी सांगा, समाज कल्याण पदाधिकारी सुरुचि प्रसाद डीटीओ दिनेश कुमार रंजन आदि भी उपस्थित थे।
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