सरायकेला- साढे 12 करोङ का पुल धंसा ,

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संवेदक के खीलाफ एफ आई आर दर्ज करने का दिया निर्देश
अरुण 
सरायकेला।
ईचागढ प्रखंड , कुकङु व बंगाल को जोङने वाला एक मात्र पुल सुवर्ण रेखा नदी पर खोकरो. कारकीडीह के बीच बना पुल पहली बर्षा मे ही शनिवार को एक पीलर धंस गया । कुकङु की ओर से चार नंवर पीलर करीब 5 फीट नीचे दब गया । उक्त पुल का निर्माण 6 माह पूर्व पूर्ण किया गया था । करोङो का उक्त पुल एक ही बर्षा मे धंस गया । कारकीडीह, खोकरो, दीयाँडीह, पुरानडीह, ईचागढ, तमारी , चीमटीया, तिरूलडीह, बँकारकुङी, सहित दर्जनों गाँव का आवागमन बाधीत हो गया । ग्रामीणो ने बताया की दीयाँडीह , खोकरो से करीब 50 बच्चे पढने के लिए कुकङु उच्च विधालय जाते हैं । किसानो को ईसपार से उसपार अपना खेत मे जाते है । मुखीया प्रतिनिधी अभीराम हेमरम ने बताया की वी आर कंसट्रक्शन द्वारा घटीया कार्य एवं घटीया मेटरीयल का इस्तेमाल किया गया है । पुल बनने के समय भी घटीया कार्य व मेटरीयल का बिरोध किया गया था । उस समय न संवेदक और ना ही अभियंता जनता की आवाज को सुना । ग्रामीणो ने सहायक अभियंता श्रवण कुमार से तत्काल आवागमन के लिए नाव, बोट का मांग किया । उक्त पुल का निर्माण विशेष प्रमंडल से वी आर कंस्ट्रक्शन द्वारा 6 माह पूर्व बनाया गया है ।
12. 5 करोङ के लागत से बना था पूल, कमजोर फाउंडेशन के चलते धंसा पीलर
ईस संवंध मे विशेष प्रमंडल के सहायक अभीयंता श्रवण कुमार ने बताया की 12.5 करोङ की लागत से, 430. 98 मिटर लंबी व  16 पीलर का यह पुल का चौथा पीलर करीव एक से डेढ मीटर धंस गया ।फाऊंडेशन का कार्य कमजोर होने से धंसा ।
ईस संवंध मे एसडीएम भगीरथ प्रसाद ने बताया की संवेदक के खीलाफ एफ आई आर दर्ज करने का निर्देश सहायक अभीयंता को दीया गया । उक्त पुल से आवाजाही करने से खतरा हो सकता है ईसलिए धारा 144 लगाया गया । सहायक अभियंता को तुरंत बेरीकेटींग करने का निर्देश दीया गया । जाँच कर बिभागीय कारवाई का भी निर्देश दीया गया ।
पुल का निर्माण 6 माह पूर्व ही हो गया है पर अब भी प्राक्लन आदि का बोड नही लगाया गया है । एसडीएम से जल्द टूटा पुल को ठीक कराने का मांग ग्रामीणो ने किया ।

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