गम्हरियाl
शिक्षा ग्रहण कर नौकरी प्राप्त कर अपना तथा अपने परिवार का भरण-पोषण हर कोई कर लेता है। किन्तु उसी शिक्षा का प्रयोग कर यदि मनुष्य उद्यमी बनता है तो परिवार के साथ-साथ समाज एवं राष्ट्र निर्माण में सहयोग कर सकता है। उपरोक्त बातें आईडीटीआर में राष्ट्रीय उद्यमिता दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित प्रसिद्ध उद्यमी सह एसिया के पूर्व अध्यक्ष एसएन ठाकुर ने कही। उन्होंने कहा कि इसमें मनुष्य को काफी कठिनाईयों का सामना करना पड सकता है लेकिन दृढ ईच्छा शक्ति, लगन एवं सहनशीलता से उस लक्ष्य तक पहॅुचा जा सकता है। इसके पूर्व आईडीटीआर के महाप्रबंधक आनंद दयाल ने पुष्प गुच्छ प्रदान कर अतिथियों का स्वागत किया। स्वागत भाषण देते हुए श्री दयाल ने कहा कि वर्तमान स्थिति में युवाओं को अपनी सोंच में बदलाव लाने की आवश्यकता है तथा नौकरी पाने की लालसा छोडकर नौकरी देने की सोंचनी होगी। उन्होंने कहा कि असंभव कुछ भी नही है आवश्यकता है मजबूत ईरादे एवं दृढ ईच्छा शक्ति की। कार्यक्रम को डीआईसी के आईईओ अनिल कुमार सिन्हा,एनएसआईसी के संजीव कुमार डेका, सिडबी के एजीएम सेगु सुकुमार तथा आईडीटीआर के पूर्व छात्र सह उद्यमी श्री विजय ने भी संबोधित किया। अंत में धन्यबाद ज्ञापन मैनेजर ट्रेनिंग रतन दास गुप्ता ने किया। इस मौके पर सीनियर मैनेजर ट्रेनिंग एस घोष, गंगाधर राव, राजीव कुमार, सुमित सिंह, प्रितेश ठाकुर समेत काफी संख्या में छात्र-छात्राएँ उपस्थित थे।
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