सरायकेला-केज कल्चर की गुड़ रहस्य जाने उड़ीसा से पहुंचे चाण्डिल डैम

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सरायकेला।

झारखंड मे ही नही वल्की भारत में चाण्डिल डैम के मत्स्य पालन में सफलता मिली । डैम में पगास मच्छली की खेती में सफलता मिलने से यहां के विस्थापितों को एक स्वरोज्रार का मौका मिला । साथ ही देश के विभिन्न राज्याों में भी एक मिसाल कायम किया । आज शुक्रवार को चाण्डिल डैम में चल रहे केज कल्चर एवं पेन कल्चर से सफलता की गुड़ रहस्यों को जाने के लिये उड़ीसा से 11 सदस्य पदाधिकारी टीम चाण्डिल डैम पंहुचे । सुबह से ही डैम के जलाश्य में फैला केज की जानकारी समिति के अध्यक्ष नारायण गोप एवं सचिव श्यामल मार्डी ने पंगास के खेती के सबंध में जानकारी दी ं। श्री नरायण गोप ने बताया की ये टीम उड़ीसा राज्य के विभिन्न जिले के मत्स्य पदाधिकारी है । अजम बुमारी, जाकीर लकड़ा, भरतम् नाम,  प्रताप कुमार राय, जी एम मिश्रा सचिन  एवं अन्य पदाधिकारी चार दिवसीय कार्यक्रम में चाण्डिल डैम पंहुचे ।

 

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