रांची-धोनी के घर में पुजारा ने लक्ष्मण-द्रविड़ को पछाड़ा

65

*पुजारा ने टेस्ट क्रिकेट का तीसरा दोहरा शतक जड़ा है.*
रोहित विद्यार्थी
रांची।
:-ऑस्ट्रेलियाई टीम भारत दौरे पर अपना तीसरा टेस्ट मैच रांची के जेएससीए स्टेडियम में खेल रही है. ऑस्ट्रेलिया की ओर से पहली पारी में 451 रनों की चुनौती को टीम इंडिया के बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा ने कड़ी टक्कर दी है. रांची टेस्ट में दोहरा शतक मारने वाले पुजारा ने अपने नाम कई रिकॉर्ड कर लिए हैं. टीम इंडिया ने दो अर्धशतक, एक शतक और एक दोहरे शतक के साथ अपनी स्थिति मजबूत कर ली है. पुजारा का टेस्ट क्रिकेट में ये तीसरा दोहरा शतक है.
बता दें कि सबसे अधिक गेंदों की लंबी पारी के मामले भारत की ओर से राहुल द्रविड़ नंबर वन पर थे. उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ साल 2004 में 495 गेंदों पर 270 रन बनाए थे, लेकिन अब पुजारा ने उनको पीछे छोड़ दिया है. पुजारा ने 500 से अधिक गेंदें खेल ली हैं. ऐसा करने वाले वह भारत के पहले बल्लेबाज हो गए हैं.
भारतीय धरती पर भारत की ओर से 400 से अधिक गेंदें खेलने के मामले में चेतेश्वर पुजारा ने वीवीएस लक्ष्मण को पीछे छोड़ा है. पुजारा ने 470 से अधिक गेंदे खेल ली हैं, जबकि लक्ष्मण ने साल 2001 में ऐतिहासिक कोलकाता टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ही 281 रनों की पारी के दौरान 452 गेंदें खेली थीं. तीसरे नंबर पर विनोद कांबली हैं, जिन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ साल 1993 में 411 गेंदें खेली थीं और 224 रन बनाए थे.
नाथन लॉयन की गेंद पर चेतेश्वर पुजारा को ग्लेन मैक्सवेल ने कैचआउट किया. पुजारा ने 525 गेंदों में 202 रनों की शानदार पारी खेली.
सातवें विकेट के लिए साझेदारी का रिकॉर्ड
चेतेश्वर पुजारा और रिद्धिमन साहा के बीच सातवें विकेट के लिए ऑस्ट्रिलाया के खिलाफ रिकॉर्ड साझेदारी की है. इसके पहले साझोदारी का रिकॉर्ड एंड्रयू साइमंड्स और ब्रेड हॉग का था जिन्होंने सांतवे विकेट के लिए 173 रन बनाए थे।
पुजारा-साहा की साझेदारी ने 69 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ा
इसके साथ ही पुजारा और साहा की जोड़ी ने रविवार को रांची टेस्ट के चौथे दिन 69 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ा है. पुजारा और साहा ने जैसे ही रांची टेस्ट में सातवें विकेट के लिए 133 रनों की साझेदारी की, उन्होंने विजय हजारे और हेमु अधिकारी का रिकॉर्ड तोड़ा. हजारे और अधिकारी ने 69 साल पहले ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सातवें विकेट के लिए 132 रनों की भागीदारी की थी और यह रिकॉर्ड करीब सात दशक तक कायम रहा.
हजारे और अधिकारी ने जनवरी 1948 में एडिलेड टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सातवें विकेट के लिए 132 रनों की भागीदारी की थी. इस पारी में हजारे ने 145 और अधिकारी ने 51 रन बनाए थे.
बेंगलुरु में भी पुजारा बने थे ‘दीवार’
वैसे तो राहुल द्रविड़ के संन्यास लेने के बाद से चेतेश्वर पुजारा ‘दीवार’ के रूप में कई बार भूमिका निभा चुके हैं, लेकिन इस सीरीज में वह ऑस्ट्रेलिया के लिए दो बार मुसीबत बन चुके हैं. बेंगुलरु टेस्ट में यदि टीम इंडिया जीती, तो उसमें दूसरी पारी में पुजारा के 92 रनों का अहम योगदान रहा. उनकी इस पारी के कारण ही टीम इंडिया सुरक्षित स्कोर बना पाई और सीरीज में उसकी वापसी संभव हो पाई थी.

Comments are closed.

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More