राजकुमार झा.


ट्रेन पर चढ़ने के दौरान बना रहता है गिरने का डर
मधुबनी : मॉडल रेलवे स्टेशन का दर्जा प्राप्त मधुबनी रेलवे स्टेशन का एक नंबर प्लेटफॉर्म करीब 100 मीटर छोटा है. इस कारण एक ओर जहां यात्रियों को परेशानी होती है वहीं रेलवे को भी घाटा हो रहा है. दरअसल रेलवे प्लेटफॉर्म की लंबाई 500 मीटर होनी चाहिए. पर अभी इसकी लंबाई मात्र 400 मीटर ही है. इस कारण इस प्लेटफॉर्म पर स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस ट्रेन नहीं लगती है. स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस हमेशा ही दो नंबर प्लेटफॉर्म पर रुकती है. इसके अलावा अन्य दस प्रकार की परेशानी से यह रेलवे स्टेशन जूझ रहा है.
इसका खामियाजा यहां के कर्मियों को भी उठाना पड़ता है.
यार्ड में लगती है चारों एसी बोगी:
प्लेटफार्म नंबर एक छोटा रहने के कारण स्वतंत्रता सेनानी की चारों एसी बोगियां यार्ड में लग जाती हैं. इस कारण इन बोगियों में चढ़ने में यात्रियों को दिक्कत होती है. दरअसल जयनगर-दरभंगा रेलखंड पर कई लंबी दूरी की ट्रेनों का परिचालन शुरू तो कर दिया गया पर इसके अनुरूप प्लेटफार्म के लंबाई में बढ़ोतरी नहीं की गयी. मानक प्लेटफॉर्म की लंबाई करीब पांच सौ फीट होनी चाहिये. जसिके विरुद्ध यहां के प्लेटफॉर्म की लंबाई मात्र 400 मीटर ही है. ऐसे में स्वतंत्रता सेनानी की चार एसी बोगियां काफी पीछे रह जाती हैं. इसी कारण इसे एक नंबर प्लेटफॉर्म की जगह दो नंबर प्लेटफॉर्म पर लगता है. दो नंबर प्लेटफॉर्म नीचे है. ऐसे में यात्रियों खास कर विकलांग व बुजुर्ग यात्रियों को भारी परेशानी होती है.
प्लेटफॉर्म का चल रहा काम :
डीआरएम सुधांशु शर्मा ने बताया है कि प्लेटफॉर्म का काम चल रहा है. कुछ दिनों बाद इसे बढ़ोतरी की पहल भी होगी.