पटना।
नरेंद्र मोदी एक दिन के दौरे पर शनिवार को पटना पहुंचे। इस मौके पर मोदी ने देशभर की 20 बेस्ट यूनिवर्सिटी के लिए 5 साल में 10 हजार करोड़ रुपए के पैकेज का एलान किया। उन्होंने कहा कि इसमें 10 यूनिवर्सिटी गवर्नमेंट तो 10 प्राइवेट होंगी। बता दें कि 26 जुलाई को नीतीश कुमार ने कांग्रेस और आरजेडी का साथ छोड़कर बीजेपी के साथ सरकार बनाई थी। सरकार बनाने के 80 दिन बाद ये पहला मौका था जब मोदी और नीतीश ने मंच शेयर किया।
– “मिस्टर फॉक्स ने कहा था शिक्षा का काम है- दिमाग को खाली करना और दिमाग को खुला रखना। इसी में नए विचारों के लिए जगह बनेगी। नई टीचिंग में लर्निंग को बल देते हुए आगे चलना है।”
– मोदी के मुताबिक “वही देश आगे बढ़ते हैं जो इनोवेशन को प्राथमिकता देते हैं। सिर्फ कॉस्मेटिक चेंज को संशोधन नहीं माना जाता। हमें भविष्य को राह दिखाने के लिए काम करना होगा।”
– “एक बार ताइवान में मुझसे किसी ने पूछा कि क्या हिंदुस्तान अभी भी सांप-सपेरे, जादू-टोने वाला है। मैंने कहा कि मुझे देखकर क्या लगता है? पहले की पीढ़ी सांप से खेला करती थी, आज की पीढ़ी माउस से खेलती है।”
– मोदी ने कहा, “मेरा हिंदुस्तान जवान है, हिंदुस्तान के सपने भी जवान हैं। वो देश अपने सपनों को क्यों पूरा नहीं कर सकता?”
– “हमारे देश में शिक्षा क्षेत्र के रिफॉर्म बहुत धीमी गति से चले हैं। मतभेद भी काफी रहे हैं। उसी के परिणाम के चलते हमारी पूरी शिक्षा व्यवस्था में जो रिफॉर्म्स चाहिए, उसमें सरकारें कुछ कम पड़ गई हैं।”
– “देश में कई साल से चर्चा चल रही थी कि आईआईएम आजाद रहे या उस पर सरकार का कंट्रोल रहे। आईआईएम को हमने आजादी दे दी। अब आईआईएम रिफॉर्म के अंदर एक बात जोड़ी गई है कि उसे चलाने में एल्युमिनाई को जोड़ा गया है। हमारे यहां ये परंपरा काफी कम है। एल्युमिनाई एक बड़ी ताकत होती है। मैं उस परंपरा को आगे ले जाने के लिए निमंत्रण देने आया हूं।”
– पीएम ने आगे कहा, “विश्व की टॉप 500 यूनिवर्सिटी में भारत का कहीं नामोनिशान नहीं हैं। जहां, नालंदा, तक्षशिला, विक्रमशिला और वल्लभी दुनिया को आकर्षित करती थीं, आज ऐसा नहीं है। इस स्थिति को बदलना होगा। इसके लिए संकल्प और सिद्धी भी तो हमारी होना चाहिए।”
– “हम योजना लाए हैं कि देश की 10 प्राइवेट और 10 पब्लिक यूनिवर्सिटीज को वर्ल्ड क्लास बनाने के लिए सारे बंधनों से मुक्ति दी जाएगी। प्रतिस्पर्धा के जरिए उनके इतिहास-परफॉर्मेंस को देखा जाएगा। उनको अपनी दिशा में आगे बढ़ने दिया जाएगा। 5 साल में उन्हें 10 हजार करोड़ रुपए दिए जाएंगे। पटना यूनिवर्सिटी को पीछे नहीं रहना चाहिए। दुनिया में पटना यूनिवर्सिटी की ताकत दिखनी चाहिए।”
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