राहुल राज
पटना।
शादी और शुभ कार्यों में लगभग एक महीनों की खामोशी के बाद अब एक बार फिर से शहनाई की गूंज सुनाई देगी। चैत्र माह के बाद अब एक बार फिर से बैंड-बाजा और बारात की धूम शुरू हो जायेगी। विवाह का शुभ मुहूर्त 14 अप्रैल वैशाख कृष्ण पक्ष तृतीया तिथि के बाद शुरू हो रहा है।
मंगोलापुर के आचार्य मणिकांत पाण्डेय ने बताया कि वैशाख कृष्ण पक्ष तृतीया तिथि को मेष राशि में सूर्य के प्रवेश होने से विवाह आदि शुभ कार्य प्रारंभ हो जाएंगे। इसके साथ ही लग्न का शुभ काल शुरू हो जाता है। सूर्य 14 अप्रैल को 3 .51 बजे सुबह मेष राशि में जैसे ही प्रवेश करेंगे, उसी के साथ शादी विवाह का शुभ मुहूर्त भी शुरू हो जायेगा। इस बार वैशाख मास की संक्रांति 14 अप्रैल को है। इसी दिन से शुभ काम शुरू हो रहे हैं।
14 अप्रैल से शुरू होने वाल शुभ मुहूर्त इस बार तीन जुलाई तक रहेगा। लगभग 80 दिनों में इस बार 35 से ज्यादा विवाह लग्न रहेंगे। उन्होंने बताया कि चार जुलाई को भगवान विष्णु शास्त्र विधि परंम्परा के अनुसार शयन पर चले जाएंगे। इसके बाद शुभ कार्यों पर ब्रेक लग जाएगा । इसके साथ ही चातुर्मास भी शुरू हो जाएगा। जुलाई महीने में देवशयनी एकादशी के बाद चार जुलाई से 18 नवंबर तक सभी मांगलिक कार्य साढ़े चार माह के लिए बंद हो जाएंगे ।
शुभ लग्न
अप्रैल – 14 ,16,19, 23, 28, 29 व 30
मई- 4, 6, 8, 11, 12, 13, 14, 21, 26, 27 व 31
जून -1, 2, 3, 5, 7, 8, 10, 12, 17, 18, 19, 28, 29 व 30
जुलाई -1, 2 व 3
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