
नवादा।
ससुरालवालों के उत्पीडऩ से तंग विवाहिता ट्रेन से कटकर जान देने जा रही थी। रास्ते में उसकी मुलाकात एक युवक से हुई तो उसने आत्महत्या की बात दिमाग से निकाल दी और फिर एक नए जीवन की शुरुआत के लिए अलग रास्ते पर चल पड़ी। कुछ ही घंटों में मुलाकात, बात, प्यार व इकरार के बाद शादी तक हो गई। घटना नवादा की है।
जानकारी के अनुसार सिरदला के शाहपुर गांव की पिंकी कुमारी ट्रेन से कटकर जान देने को गांव से निकल गई थी। रास्ते में उसकी मुलाकात बकड़झोली गांव के युवक अखिलेश मांझी से हो गई। परेशान देख अखिलेश ने उससे पूछा तो उसने आपबीती सुनाई। साथ ही यह भी बताया कि वह आत्महत्या करने जा रही है।

युवक ने उसे समझाया और अपने घर ले आया। इसके बाद दोनों ने एक-दूसरे का जीवनभर साथ निभाने का वादा किया। फिर, गांव के मंदिर में ही ग्रामीणों के सामने विवाह कर लिया।
यह है पिंकी की कहानी, जानिए
पिंकी की शादी गया जिले के फतेहपुर थाना के रैसिर में हुई थी। उसका कहना है कि ससुराल वाले उसे प्रताडि़त करते थे और पागल करार देने में लगे थे। तंग आकर आत्महत्या के लिए वह घर से निकल गई थी। मायके और ससुराल वालों ने उसके गायब होने की प्राथमिकी अपने-अपने थाने दर्ज करा दी थी।
उसके बकड़झोली में होने की सूचना पर परिजन पहुंचे और मुलाकात की। पिंकी ने परिजनों को स्पष्ट कर दिया कि उसने स्वेच्छा से अखिलेश के साथ शादी कर ली है। अखिलेश के पिता कारू मांझी, मां मंजू देवी समेत सभी परिजनों व ग्रामीणों ने पिंकी को बहू के रूप में स्वीकार कर लिया है।
दोनों की शादी अंतरजातीय है। वैसे ये शादी कानूनन सही है या नहीं, इसपर चर्चा शुरू हो गई है। हालांकि, ससुराल पक्ष ने इसपर कोई आपत्ति नहीं जताई है।