लखीसराय।
बिहार-झारखंड बंद के आधे घंटे के अंदर नक्सलियों ने मंगलवार की मध्य रात्रि भागलपुर-किऊल रेलखंड स्थित मसूदन स्टेशन पर रेलवे पैनल केबिन को फूंक कर रेलवे प्रशासन को खुली चुनौती दे दी है।. बिहार-झारखंड बंद के आधे घंटे के अंदर नक्सलियों ने मंगलवार की मध्य रात्रि भागलपुर-किऊल रेलखंड स्थित मसूदन स्टेशन पर रेलवे पैनल केबिन को फूंक कर रेलवे प्रशासन को खुली चुनौती दे दी है। पैनल फूंकने के बाद नक्सलियों ने सहायक स्टेशन प्रबंधक को भी बंधक बना लिया। इस बीच 53616 डाउन गया-जमालपुर पैसेंजर मसूदन स्टेशन पर पहुंची तो नक्सलियों इसके गार्ड और चालक को भी कब्जे में ले लिया। ट्रेन में सवार यात्री काफी डरे-सहमे हैं। रेलवे ने अप और डाउन मार्ग पर ट्रेनों का परिचालन बंद कर दिया है। दिल्ली जाने वाली फरक्का एक्सप्रेस को सुल्तानगंज पर रोक दिया गया। घटना के डेढ़ घंटे तक न जमालपुर रेल पुलिस पहुंची और न ही आरपीएफ। वहीं, किऊल-जमुई सेक्शन पर सीआरपीएफ और पुलिस ने सर्च अभियान शुरू कर दिया। बीस दिसंबर को नक्सलियों ने बंद का आह्वान किया था। नक्सली बंद को लेकर रेल एसपी शंकर झा ने शाम में ही टीम को अलर्ट रहने को कहा था। इस बीच रात करीब साढ़े बारह बजे करीब बीस की संख्या में नक्सली मसूदन स्टेशन पहुंचे। नक्सलियों ने स्टेशन मास्टर केबिन को घेर लिया। इसके बाद एएसएम को बाहर बुलाकर बंधक बना लिया और पैनल में आग लगा दी। समाचार लिखे जाने तक ट्रेनों का परिचालन शुरू नहीं हुआ था।
डाउन ब्रह्मपुत्र मेल को भी किऊल से पहले ही किसी स्टेशन पर रोके जाने की सूचना है। जीआरपी मुख्यालय से रात में ही जिले के सभी जीआरपी थानों को इस घटना की सूचना दी गई है और पूरी संख्या में पुलिसकर्मियों के साथ स्टेशन पर मौजूद रहने का निर्देश दिया गया है।
अगवा हुए रेलकर्मियों के नाम
मधुसूदन स्टेशन के एएसएम- मुकेश कुमार
मधुसूदन स्टेशन के पोर्टर- निरेन्द्र मंडल
गया-जमालपुर पैसेंजर ट्रेन के ड्राइवर, सहायक ड्राइवर और गार्ड. कहीं जीएम को उड़ाने की साजिश नहीं.
पूर्व रेलवे के महाप्रबंधक हरिन्द्र राव जमालपुर स्टेशन पर अधिकारियों के साथ निरीक्षण करने पहुंचे थे। जीएम का स्पेशल ट्रेन रात साढ़े दस के आसपास जमालपुर से हावड़ा के लिए खुली थी।
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