नई दिल्ली–64 वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्का्र, 2016 की घोषणा

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कसाव को सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म और संपूर्ण मनोरंजन प्रदान करने के लिए सथामनाम भावथी को सर्वश्रेष्‍ठ लोकप्रिय फिल्‍म का पुरस्‍कार

अक्षय कुमार को फिल्म रुस्‍तम के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार उत्तर

प्रदेश को सबसे ज्यादा फिल्म अनुकूल राज्य पुरस्कार तथा झारखंड को विशेष उल्‍लेख पुरस्कार प्रदान किया गया

 सुश्री सुरभि को मलयालम फिल्म मिननामिनुंगू-द फायर फ्लाई के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का पुरस्‍कार दिया 

राजेश मापुस्‍कर को मराठी फिल्म वेंटीलेटर के लिए सर्वश्रेष्ठ निर्देशन का पुरस्कार प्रदान किया गया

 

नई दिल्ली।

फीचर फिल्‍मों,  गैर-फीचर फिल्मों, सिनेमा पर सर्वश्रेष्‍ठ लेखन और सबसे अधिक फिल्म अनुकूल राज्‍य पुरस्‍कार की निर्णायक मंडलों के अध्यक्षों ने आज  64वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार 2016 की घोषणा की। फ़ीचर फिल्म केंद्रीय निर्णायक मंडल के अध्‍यक्ष प्रख्‍यात फिल्‍म निर्माता श्री प्रियदर्शन को उनकी  मलयालम फिल्म कांचीवरम के लिए जाना जाता है। गैर-फीचर फिल्म निर्णायक मंडल के अध्यक्ष श्री राजू मिश्रा थे जबकि फिल्‍म लेखन निर्णायक मंडल की  अध्यक्ष सुश्री भावना सोमाया थी। नई श्रेणी के रूप में शुरू किए गए सर्वाधिक फिल्‍म अनुकूल राज्‍य पुरस्‍कार की घोषणा तेलुगू फिल्म उद्योग के लोकप्रिय निदेशक श्री राधा कृष्णा जागरलामुडी ने की थी। राष्ट्रपति 3 मई, 2013 को  राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार प्रदान करेंगे।

पुरस्कारों की घोषणा से पहले, सिनेमा पर सर्वश्रेष्ठ लेखन के लिए 64वें  राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों के निर्णायक मंडल के सदस्यों ने अपनी रिपोर्ट सूचना एवं प्रसारण राज्य मंत्री कर्नल राठौर को सौंपी। फ़ीचर और गैर-फीचर श्रेणियों के निर्णायक मंडल सदस्यों ने कल अपनी रिपोर्ट सूचना और प्रसारण मंत्री श्री वेंकैया नायडू को सौंपी थी।⌉

 

इस वर्ष के राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों की विभिन्न श्रेणियों में प्रख्‍यात विजेताओं में सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म श्रेणी में कसाव और गैर फीचर फिल्म श्रेणी में फायरफ्लाइज इन एबिस शामिल हैं। नीरजा फिल्म की गई भूमिका के लिए सुश्री सोनम कपूर को फ़ीचर फिल्म श्रेणी में विशेष उल्‍लेख पुरस्‍कार प्रदान  किया गया है। संविधान की आठवीं अनुसूची में निर्दिष्ट भाषाओं के अलावा  अन्‍य भाषाओं की फिल्मों को भी पुरस्‍कार प्रदान किए गए। सर्वश्रेष्‍ठ मोरन फिल्म के लिए पुरस्कार हांडुक को तथा सर्वश्रेष्‍ठ तुलू फिल्म पुरस्‍कार मदीपु को दिया गया।सर्वश्रेष्ठ फ़िल्म समीक्षक का पुरस्कार जी धनंजयन को दिया गया जो  फ़िल्म शैलियों,  ब्रांड, फिल्म देखने की नई नीति,  कराधान प्रभाव और टिकट की कीमतों जैसे विविध विषयों के गहन विश्लेषण में माहिर हैं। श्री के.पी.जयशंकर और अंजली मोंटेरो को ‘एक फ्लाई इन द करी’ किताब के लिए विशेष उल्‍लेख पुरस्कार दिया गया। सिनेमा पर सर्वश्रेष्ठ पुस्तक का पुरस्‍कार जयशंकर यतीन्‍द्र  मिश्रा द्वारा लिखित पुस्‍तक ‘लता-सुरगाथा’ को दिया गया।

 

सर्वश्रेष्‍ठ फ़ीचर श्रेणी में विशेष निर्णायक मंडल पुरस्कार मोहनलाल को विभिन्न अनूठी अभिनय प्रतिभा के साथ विभिन्‍न पात्रों के चरित्र का अभिनय करने में उनकी प्रतिभा के लिए दिया गया।

गैर-फीचर श्रेणी में विशेष निर्णायक मंडल पुरस्कार ‘द सिनेमा ट्रैवेलर्स’ को दिया गया। इस वर्ष राष्‍ट्रीय फिल्म पुरस्‍कार के गैर-फीचर फिल्म खंड में एक नई श्रेणी ‘सर्वश्रेष्ठ ऑन-लोकेशन साउंड रिकार्डिस्ट’  भी शुरू किया गया था।

 

उत्तर प्रदेश राज्‍य को विशिष्‍ट फिल्‍म नीति लागू करने के लिए सर्वश्रेष्‍ठ  फिल्म अनुकूल राज्‍य पुरस्‍कार प्रदान किया गया। राज्य की फिल्म नीति में  उपयुक्त वातावरण बनाने के लिए विभिन्न उपाय शामिल हैं। जिनसे राज्य में केवल बड़े पैमाने पर फिल्मों की शूटिंग को आमंत्रित किया गया बल्कि फिल्म निर्माण के विभिन्न पहलुओं से संबंधित अन्य गतिविधियों को भी बढ़ावा दिया गया।

झारखंड राज्य को उनकी फिल्म नीति के लिए विशेष उल्‍लेख पुरस्कार राज्य की नीति से राज्‍य में स्थानीय फिल्म निर्माण प्रतिभाओं को विकास के अवसर सुलभ हुए।

 

 

 

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