बी.जे.एन.एन. ब्यूरो
नई दिल्ली ,२७ जुलाई।
१० नवंबर २०१४ को लिए गए एक निर्णय के मुताबिक देश के विभिन्न भागों में इस वर्ष भी बेटियों की खुशहाली, सर्वांगीण विकास, उत्तम स्वास्थ्य,दीर्घायु और प्रगति के लिए एक दिन का उपवास रखा गया. १९ अगस्त २०१५ से सावन माह के शुक्ल पंचमी के दिन देश में पहली बार प्रतिवर्ष मनाये जाने वाले इस व्रत पर्व का यह तीसरा वर्ष है. बैंगलोर,हैदराबाद,पुणे,जमशेदपु
सोमचक्र एसोसिएट्स के सामाजिक दायित्व कार्यक्रम के तहत बेटियों के लिए शुरू किये गए इस वार्षिक व्रत को मरीन अभियंता और जाने माने वास्तुविद तमोजित चक्रवर्ती की सलाह पर प्रति वर्ष भगवान् शिव और माता पार्वती की पुत्री माँ अशोक सुंदरी जयंती के रूप में समर्पित किया गया है.
इस वर्ष व्रत कार्यक्रम को सफल बनाने में कमलेश कुमार,विजय शेठ,कल्पना सिंह,वंदना सिंह,रंजना,सचिन,त्रिवेणी मिश्रा ,साधना सिंह ,प्रमिला सिंह ,राकेश कुमार,शिवेंद्र सिंह आदि का अहम् योगदान रहा.
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